पशु कल्याण प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए पशु प्रेमी आमंत्रित है: डॉ शिवानंद काशी

पशु संदेश, 13 March 2019

डॉ. आर.बी. चौधरी

झारखंड राज्य में पशुओं पर होने क्रूरता एवं अपराधों पर नियंत्रण के लिए राज्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड अत्यंत चिंतित है। इस कार्य के लिए लोगों में जागरूकता लाना परम आवश्यक है।झारखंड सरकार विभिन्न संस्थानों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से आम आदमी को जीव जंतु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 तथा झारखंड गोवंशीय पशुवध निवारण अधिनियम के विविध उपायों और शक्तियों को समझाने के लिए विशेष जोर दे रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक डॉ शिवानंद काशी ने बताया कि यदि आम आदमी जागृत हो जाए तो सिर्फ पशुओं पर होने वाले अपराध को ही नहीं नियंत्रित किया जा सकता है बल्कि प्रदेश भर के गोवंशीय पशुओं की संरक्षण- संवर्धन कार्यक्रम तेज किया जा सकता है जिससे पशुओं उत्पादन बढ़ेगा और उसका सीधा लाभ प्रदेशवासियों को होगा।

समापन सत्र में पटना उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रशेखर तिलक ने वन्य जीव जंतु संरक्षण एवं संवर्धन से आधारित अधिनियमो की प्रशिक्षुओं को जानकारी दी और उन्होंने बताया कि एनिमल एक्टिविस्ट ऐसे कायदे कानून का उपयोग करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने बताया कि भारत में कई ऐसी जीव जंतुओं की प्रजातियां हैं जो विलुप्त हो रही हैं और उनका सीधा संबंध पर्यावरण संतुलन और जलवायु परिवर्तन से है। इसलिए हर नागरिक की जिम्मेदारी है वन्य जीव जंतुओं की सुरक्षा में अपना हाथ बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि पशु सेवा के दिशा में काम करने वाले व्यक्तियों को पशुओं पर आधारित नियम नियमावली की जानकारी रखना अत्यंत आवश्यक है। अगर आम आदमी अपना हाथ बढ़ाएं तो अधिवक्ताओं में तमाम ऐसे लोग हैं जो पशु कल्याण की दिशा में अपना हाथ बढ़ाने के लिए आगे आ जाएंगे।

पशु कल्याण विशेषज्ञ डॉक्टर सिद्धार्थ जयसवाल ने बताया कि पशु प्रेमियों एवं पशु कल्याण कार्यकर्ताओं को एनिमल हैंडलिंग, एनिमल केयर , फर्स्ट एड तथा समय-समय पर लागू होने वाले नियमों अधिनियमो की जानकारी रखनी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि अगर आप अपने आस-पास या रास्ते में चलते हुए कहीं भी पशु अपराध देखते हैं तो उसकी सूचना जीव जंतु कल्याण के दिशा में कार्य करने वाली समितियों कार्यकर्ताओं को अवश्य दी जानी चाहिए ताकि उस पर यथोचित कार्यवाही किया जा सके। यह भी बताया कि जीव जंतु कल्याण संस्थाओं को आज अत्यंत सक्रिय होने की आवश्यकता है। प्रदेश भर में जीव जंतु कल्याण संस्थाओं की अपनी शेल्टर और अस्पताल होना चाहिए। इससे केंद्र सरकार के कई महत्वाकांक्षी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिस का भरपूर फायदा उठाया जा सकता है।

डॉ शिवानंद काशी आज के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दोनों सत्रों का उल्लेख करते हुए बताया कि पशु कल्याण पर चलाई जा रही दो दिवसीय प्रशिक्षण केदूसरे शिविर का समापन आज श्री कृष्णा इंस्टिट्यूट ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, रांची में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ है जिसमें कुल 25 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है। डॉक्टर काशी ने बताया कि अगले प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 14 से 15 मार्च 2019 को यहीं पर संचालित किया जाएगा। उन्होंने प्रदेश भर के पशु प्रेमियों को प्रशिक्षण के लिए आमंत्रित किया है। कहा है कि शामिल होने वाले प्रशिक्षणार्थी चाहे सरकारी हो या गैर सरकारी पशु सेवा में रुचि रखने वाले सभी व्यक्ति इस प्रशिक्षण के लिए आमंत्रित हैं। इच्छुक व्यक्ति को शीघ्र ही राज्य पशु कल्याण बोर्ड से संपर्क करना चाहिए।

प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर डॉक्टर सिद्धार्थ जयसवाल ,मुखिया पंकज कुमार सिन्हा एवं डॉक्टर अनिल आदि उपस्थित थे|