डॉ.बल्लभभाई कथिरिया नवस्थापित राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के चेयरमैन बने

पशु संदेश,23 February 2019
गायों के संरक्षण और संवर्धन के माध्यम से देश के ग्रामीण सुदृढ़ता,सामाजिक और आर्थिक विकास की प्रतिबद्धता के लिए भारत सरकार ने पशुपालन और डेयरी विभाग,कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय कामधेनु आयोग की स्थापना की है। गुजरात गौसेवा एवं गोचर विकास बोर्ड के पूर्व चेयरमैन डॉ वल्लभभाई कथीरिया को अयोग का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।संसद में बजट पेश करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में गाय और उसकी संतति संवर्धन के लिए राष्ट्रीय कामधेनु आयोग स्थापित करने की घोषणा की थी।भारत सरकार द्वारा 21 फरवरी 2019 को जारी किए गए आदेश के अनुसार गुजरात के गौसेवा और गौचर विकास बोर्ड के पूर्व चेयरमैन डॉ वल्लभभाई कथीरिया अयोग के चेयरमैन होंगे।
डॉ कथीरिया सौराष्ट्र में एक प्रसिद्ध कैंसर सर्जन हैं।वह बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता रहे हैं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ;आरएसएसद्ध में विभिन्न पदों पर सेवाएं दी है और सभी संगठनों में उनका कार्य उत्तम रहा है।उनके उल्लेखनीय योगदान में चाहे 126 बार रक्तदान के अनुपम सेवाओं की बात करें या आम आदमी से लेकर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में निवास करने वाले बेसहारा मजदूर या सुदूर गांव में बसने वाले गरीब और कमजोर तबके के लोगों के प्राण रक्षा के लिए रक्तदान की है।डॉ कथीरिया हमेशा साफ.सुथरी, निष्पक्ष एवं निर्भीक छवि के राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते हैं। अपने उत्कृष्ट सेवाओं के माध्यम से 100 से अधिक गैर सरकारी प्रतिष्ठानों और सामाजिक संगठनों के साथ सेवारत रहे हैं।डॉ कथरिया ने हमेशा शिक्षा,स्वास्थ्य,सामाजिक उत्थान के लिए संघर्ष शील रहे हैं।अपने अमूल्य सेवाओं के माध्यम से गरीबों और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों के भलाई के लिए 10 से अधिक प्रसिद्ध संगठनों के अध्यक्ष और ट्रस्टी भी हैं।डॉ कथीरिया ने बड़े संघर्षों के साथ वाटर हार्वेस्टिंग,पर्यावरण संरक्षण,ग्रामीण विकास और गौसेवा के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की है। वर्ष 2001 में आए गुजरात के विनाशकारी भूकंप पीड़ितों की सुरक्षा, राहत प्रबंधन, पुनर्वास और समन्वय के लिए आज भी लोग याद करते हैं।डॉ कथीरिया सबसे लोक प्रिय एम पी के रूप में राजकोट से 4 बार ए वर्ष 1996-2009 तक लोकसभा सीट जीता है और स्वतंत्रता के बाद पहली बार लगातार जीतने वाले सांसद रहे हैं ।इस प्रकार लोक सभा जीतने का एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया है।वर्ष 1998 में राजकोट से सर्वाधिक वोट से चुनाव जीतकर 12वीं लोकसभा मैं पहुंचने का खिताब भी मिल चुका है।सांसद ही नहीं, केंद्रीय राज्यमंत्री के रूप में भी सेवाएं दे चुके डॉ कथीरिया वर्ष 1999.2004 की अवधि में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भारी उद्योग, मानवसंसाधन और स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं।डॉ कथीरिया सदैव पार्टी की विचारधारा और आदर्शों का अनुसरण करते हुए देश की भलाई के लिए समर्पित रहे है।डॉ कथीरिया को उल्लेखनीय योगदान के लिए अनगिनत राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से अलंकृत किया जा चुका है।
केंद्र सरकार के आदेश के अनुसार, पशुपालन और डेयरी सचिव राष्ट्रीय कामधेनु अयोग के उपाध्यक्ष का कार्य करेंगे।साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के अन्य गौसंवर्धन और संरक्षण विशेषज्ञ सदस्यों को भी नियुक्त किया किया गयाहै।केंद्र सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग के संयुक्त सचिव को आयोग का सदस्य . सचिव नियुक्त किया गया है।