पशु कल्याण पर तीन दिवसीय पशु चिकित्सकों का प्रशिक्षण संपन्न

पशु संदेश,6 मार्च 2019; रांची (झारखंड)

मध्य प्रदेश से आए भारत सरकार के अधिवक्ता सिराज कुरैशी आज यहां राज्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड झारखंड के तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय पशु अपराध नियंत्रण पर गुर सिखाने के लिए राज्य सरकार की ओर से आमंत्रित किया गया था। कुरैशी ने बताया कि मवेशियों पर होने वाले विभिन्न प्रकार के अपराधों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के द्वारा बनाए गए कानूनों को प्रदेश में लागू करने के समस्या एवं समाधान पर संबोधित करते हुए कहा कि गोवंशीय पशुओं के उपर होने वाले वाले विभिन्न अपराधों से बचाए जाने की परम आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पूर्वी भारत के तमाम प्रदेशों से 80 से 90% पशु अवैधानिक यातायात के माध्यम से पशु धड़ल्ले से कत्लखाने भेज दिया जाते हैं। इस मामले पर केंद्र एवं राज्य सरकारें मौजूदा नियमों एवं अधिनियमो को लागू कराने के लिए निरंतर कटिबद्ध है। उन्होंने बताया कि इस कार्य को सफल बनाने के लिए सभी तरह के प्रयास करने की आवश्यकता है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रशिक्षित पशु चिकित्सकों को इस विषय में जहां विधिवत जानकारी दी गई वही उन्हें व्यवहारिक कार्यों में योगदान करने का गुर भी सिखया गया। कुरैशी ने प्रप्रशिक्षणार्थियों को यह भी बताया कि मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक काजी हाउस को आधुनिक गौशाला में अभी हाल में ही बदल दिया गया है जो गौ सेवा में लीन लोगों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। वर्तमान परिपेक्ष में यह गौशाला सिर्फ लोगों के लिए एक सीख है बल्कि देश की गौशाला संस्थाओं के लिए स्वाबलंबन का एक उदाहरण भी है। उन्होंने कहा कि संस्थाओं को बनाना बहुत आसान है किंतु उन्हें चलाना और नियमित संचालन की दिशा में संस्थागत प्रवाह देना एक सुखद अनुभव है। सरकारी अधिवक्ता सिराज कुरैशी ने बताया कि इस दिशा में युवाओं को खुलकर सामने आना चाहिए ताकि देश के गोवंश पशु की रक्षा कर देश के संस्कृति, पर्यावरण एवं स्वस्थ खाद्य उत्पादन की चुनौतियों से सामना किया जा सके। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. शिवानंद कांसी ने बताया कि कल से पुलिस अधिकारियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है ताकि प्रदेश में पशुओं के ऊपर होने वाले अपराधों को रोका जा सके। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारत सरकार के पूर्व सहायक सचिव एवं प्रधान संपादक डॉ. आर. बी. चौधरी , कोलकाता से आए एनिमल एक्टिविस्ट आरका परवा एवं नई दिल्ली से पशु कल्याण विशेषज्ञ सुदर्शन कौशिक सहित अन्य कई वक्ता मौजूद थे।