माथेरान में  भूख से व्याकुल 460 घोड़ों को  रु 5 लाख का चारा बांटा गया : गिरीश जयंतीलाल शाह

भुखमरी के शिकार  घोड़ों को बचाने के लिए समस्त महाजन आगे आया

Pashu Sandesh, 14 May 2021

डॉ आर बी चौधरी

भारत में सैलानियों के प्रिय जगह की जब चर्चा होती है तो उसमें माथेरान का नाम  प्रमुख है ।  माया नगरी मुंबई और पुणे  के  बीच  स्थिति यह तमाम पर्यटक स्थलों में  सबसे आकर्षक जगह माना जाता है। इस पर्यटन स्थल की  बनावट और  प्रशासन की  प्रबंधन व्यवस्था के अनुसार  प्रकृति की गरिमा को बनाए रखने के लिए  यातायात   के लिए सिर्फ घोड़ों का  प्रयोग होता है।कोरोना काल मे आजकल इन घोड़ों से कोई आमदनी नही है ।उनके मालिकों की बेरेजगारी का पूरा असर धर्म के भरण पोषण पर पड़ा है।  स्थिति ऐसी हो गई है कि घोड़े भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।  इस दयनीय स्थिति से निपटने के लिए  मुंबई स्थित स्वयंसेवी संस्था समस्त महाजन सामने आया है।  संस्था के मैनेजिंग ट्रस्टी गिरी जयंतीलाल शाह ने बताया कि  कल घोड़ों के लिए  उनकी संस्था  समस्त महाजन ने   ₹5 लाख का चारा उपलब्ध कराया है ।

संस्था के  मैनेजिंग ट्रस्टी  शाह ने बताया कि कल  दोपहर को समस्त महाजन की एक टीम  माथेरान गई  और चारे का वितरण कार्य में संपन्न किया ।  इस वितरण कार्यक्रम में  संस्था के मैनेजिंग ट्रस्टी गिरीश शाह के साथ नंदप्रभा परिवार से परेशभाई , दानवीर निखिलभाई श्रॉफ़ , उषा इस्कॉर्ट रिज़ॉर्ट के मालीक दिलीपभाई कोठारी, समस्त महाजन के ट्रस्टी गिरीश सत्राशामिल हुए।  इस अवसर पर  माथेरान के मेयर श्रीमती प्रेरणा सावंत , माथेरान के पोलीस अधिकारी काले साहब के साथ-साथ अश्वपालक संघ के अध्यक्ष  , नेरल के जैन ग्रूप से श्रीमती शिल्पाजी जैन ने शरीक होकर  इस कार्यक्रम की सराहना की।

शाह ने बताया कि इस बार हरेक घोड़े को एक 50  किलो की भूसे की बैग दी गयी है ।  इस प्रकार कुल  460 घोड़ों को कुल रु 5  लाख के मूल्य का चारा वितरित किया गया।  उन्होंने बताया कि  इस कार्यक्रम को आगे जारी रखा जाएगा और  समस्त महाजन का अगला कार्यक्रम एक हप्ते के बाद होगा जिसमें हरेक अश्वपालक 4  दिन श्रमदान करेंगे ।  इसके लिए उन्हें माथेरान के 3 तालाब से मिट्टी निकालेंगे  होंगे  और उसके बदले में उनके घोड़ों के लिए को भूसा दिया जाएगा ।  उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से  समस्त महाजन की ओर से एक तरफ सारे ग्रुप में भूसा मिल जाएगा  और दूसरी तरफ उनके श्रमदान से पानी  की व्यवस्था हो जाएगी । 

समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी  जब भी पशु कल्याण की बातें करते हैं तो  जीव रक्षा के लिए  सबसे महत्वपूर्ण घटक पानी के प्रबंध की भी बात करने से नहीं चुके हैं। भूसे का प्रबंध कर पानी के प्रबंध का कार्य  उन्होंने श्रमदान के माध्यम से पूरा करा लिया।  वह अभी कहां रुकने वाले उन्होंने चारे के स्थाई प्रबंधन के लिए  एक नए व्यवस्था का ताना-बाना बुन दिया ।  उन्होंने बताया कि माथेरान में एक 50  एकड़ का ग़ौचर भी विकसित किया जाएगा ताकि घोड़ों को लगातार साल भर चारा मिलता रहे।  जीव दया के कार्यों में व्यवहारिक  कार्य को पसंद करने वाले  गिरीश जयंतीलाल शाह जी  माथेरान  के अन्य जीव-जंतु  जैसे बंदर, कुत्ते , बिल्लियां  आदि के  भोजन -पानी  प्रबंधन लिए भी   पभावी योजना लांच करने के लिए  निर्णय ले लिये ।  इस कार्य को  शीघ्र लागू करने के लिए  उन्होंने समस्त महाजन से जुड़े सभी  दानदाताओं और भामाशाहों से  आग्रह किया  कि इस  महान जीव दया अभियान में  सहयोग कर लाभार्थी बने।

शाह ने बताया कि माथेरान  भारत के  बहुचर्चित  एवं अत्यंत लोकप्रिय  पर्यटन स्थलों में  प्रमुख है।  यहां की प्राकृतिक छटा देख कर  देश विदेश के सैलानी मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।  यहां की प्राकृतिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए  प्रकृति के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाती है,  सब कुछ नेचुरल व्यवस्था है। यह मुंबई से लगभग 90 किमी, पुणे से 120 किमी और सूरत से लगभग 320 किमी की दूरी पर है। पहाड़ियों के इस हिस्से की खोज वर्ष 1850 में ठाणे के तत्कालीन ब्रिटिश कलेक्टर ह्यूज मालेट ने की थी।  इस ऐतिहासिक  पर्यटन स्थल के  गौरव को बनाए रखना  हम सभी का कर्तव्य है।  वैसे भी आज कल  प्रकृति से दूर होती दुनिया  प्रकृति की सुंदरता से लेकर प्राकृतिक  संसाधनों को नोचने-खसोटने में लगा है।  ऐसे ऐतिहासिक धरोहर को  जन सहभागिता से ही  सुरक्षित और संरक्षित रखा जा सकता है। जिसके लिए समस्त महाजन अब कटिबद्ध है।

उन्होंने  अपने  अपील में यह भी कहा कि हमारी सब की फ़र्ज़ है कि मुश्किल की इस घड़ी में कोई मानव या कोई पशु पक्षी भूख से मर न जाय,  इस पर हमें विशेष ध्यान देना होगा। सभी जीव एक समान है  और इस धर्म का हमें पालन करना होगा ।  इस अभियान को इंगित करते हुए उन्होंने कहा कि  प्रतिदिन  एक घोडे का खर्च रु 250 पड़ेगा। इस प्रकार से 1 महीने का खर्च ₹7,500 होगा और साल का खर्चा  ₹90,000 पड़ेगा।  इसलिए  समस्त महाजन से जुड़े सभी  सेवा भावी  महानुभाव या तो सीधे संपर्क करें: मोबाइल नंबर-9820020976 अथवा दान राशि  समस्त महाजन के  अकाउंट में सीधे   ट्रांसफर कर दें। बैंक का विवरण है- खाते का नाम:SAMAST MAHAJAN ;बैंक का नाम:HDFC BANK; ब्रांच: CRAWFORD MRKET(MUMBAI,MS);खाता संख्या: 00602320006521 ; आईएफएससी कोड: HDFC0000143.