गौ माता की पूजा का सबसे बड़ा पर्व- बछ बारस

Pashu Sandesh, (जोधपुर, ओसियां) 23 August 2022

महिलाओं ने बच्चों की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए रखा व्रत

डॉक्टर आर बी चौधरी 

श्री गोपाल गौशाला ओसियां में बछ बारस का पर्व रायसिंहनगर ठंडी आश्रम के संत शंकरानंद गिरि जी के सानिध्य में धूमधाम से मनाया गया। गौशाला सचिव भगवान दास राठी ने बताया कि सूर्योदय के साथ ही गौशाला में पूजन करने वाली महिलाओं की भीड़ लग गई व दिन भर पूजन करने वालों का तांता लगा रहा। गौशाला संघ के जिला अध्यक्ष हरनारायण सोनी ने बताया कि हिंदू धर्म में बच्चों की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए माताएं कई व्रत रखती है, ऐसा ही एक व्रत गोवत्स द्वादशी है इस अवसर पर माताओं ने गाय बछड़े की पूजा कर पुत्र को तिलक लगाकर दीर्घायु की कामना की व लड्डू का प्रसाद दिया। मान्यता है कि इस दिन गाय बछड़े का पूजन करने से सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद मिलता है, जिससे घर में खुशहाली व संपन्नता आती है। हिंदू धर्म में गौमाता में सभी तीर्थों का वास होने की बात कही गई है। भाद्रपद में पड़ने वाले इस पर्व को गोवत्स द्वादशी या बछबारस के नाम से भी जाना जाता है।

इस अवसर पर गौशाला सचिव भगवान दास राठी,कोषाध्यक्ष दिलीप सोनी, सांवलराम ओझा, हरनारायण सोनी, हुक्मीचंद सोलंकी,मोतीलाल सोनी, बाबुराम जाखड़, कुन्नाराम जाणी, डालाराम, रायसिंहनगर से सुनील,हनुमान,पवन,सुभाष सहित गौशाला कर्मचारी व बड़ी संख्या में मातृशक्ति उपस्थित रही।