माथेरान के भूखे -प्यासे घोड़ों तथा पशु पक्षियों के लिए ₹10 लाख का चारा वितरित 

Pashu Sandesh, 27 June 2021

पशु सेवा के इस अभियान में शामिल होकर के समस्त महाजन का उत्साहवर्धन करें:गिरीश जयंतीलाल शाह

डॉक्टर आर बी चौधरी

माथेरान महाराष्ट्र का बेहद आकर्षक और खूबसूरत हिल स्टेशन है जो मुंबई से तक़रीबन 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।  दुनिया भर के  पर्यटक जब मुंबई आते हैं तो माथेरान  (अर्थात इसका शाब्दिक अर्थ है - 'माता का जंगल' ) की  अद्भुत पर्वत श्रृंखलाएं अपनी  प्राकृतिक सुंदरता से बरबस खींच लेती है। यही कारण है कि यहां  पर्यटकों की हमेशा  भीड़ बनी रहती है।  पहाड़ी पर जाने के लिए  मोटर गाड़ियां वर्जित है। इसलिए  घोड़े और खच्चरों  का प्रयोग किया जाता है।                                                                     लोकप्रिय आँराष्ट्रीय संस्था समस्त महाजन के  मैनेजिंग ट्रस्टी  गिरीश जयंतीलाल शाह ने बताया कि कोविड-19 महामारी  के विपत्ति काल में  पर्यटन का धंधा बंद है  और इन निरीह पशुओं के मालिकों को  उन का भरण- पोषण  दुश्वार हो गया है।  इस विपत्ति काल में  मसीहा बनकर   देश की  लोकप्रिय संस्था "समस्त महाजन"सेवा के लिए  हाजिर हुई है ।  समस्त महाजन के  मैनेजिंग ट्रस्टी  गिरीश जयंतीलाल शाह ने बताया कि  हमारी सेवाएं जारी है । कहा कि हम इन पशुओं को  भूखे पेट नहीं रहने देंगे । इस दिशा में बड़ा कार्यक्रम हुआ।

माथेरान से समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी गिरीश जयंतीलाल शाह ने मुंबई वापस आकर  बताया कि माथेरान  के मजबूर  पशु मालिकों और उनके पशुओं की  सेवा के लिए समस्त महाजन आगे आया है। यह सेवा आगे निरंतर जारी रहेगा जब तक सामान्य दिन नहीं लौट आते।  उन्होंने  इस अभियान में  सहभागी   सभी दानदाताओं  आभार व्यक्त करते हुए  अवगत कराया है कि  यह  जीव रक्षा का  पुण्य कार्य  सभी  दानवीर महानुभावों  के सहयोग  संपन्न हुआ है और माथेरान  यह सेवा  आगे जारी रहेगी ।  इस अभियान में  सिर्फ घोड़े और खच्चर ही नहीं  शामिल है बल्कि बंदर, कुत्ते , पक्षी आदि  जीव -जंतु  शामिल है और उनकी भी सेवाएं जारी है ।

शाह ने बताया कि  पहली बार सभी घोड़ों की सेवा के लिए हम 11 मई को  जाकर प्रत्येक घोड़े को एक बोरा भूसा दे आए थे।  साथ ही साथ सभी घोडों की पशु चिकित्सक से जाँच करवा के आवश्यक दवाइयां भी मुहैया कराई गई थी ।  यहां तक की  बेसहारा कुत्तों को बिना नमक की रोटी और दूध  देने की व्यवस्था की गई थी ।  माथेरान के  भूखे बंदरों को फल भी दिया गया था। यह बता दें कि पर्यटन व्यवसाय से सिर्फ माथेरान के लोग ही नहीं जुड़े हुए हैं बल्कि वहां के पशु पक्षी भी इंसानी व्यवस्था पर आधारित हो गए हैं।

आज के कार्यक्रम का हवाला देते हुए बताया कि माथेरान के सभी रिज़ॉर्ट के मालिकों के साथ  एक अत्यंत महत्वपूर्ण मीटिंग हुई जिसमें समस्त महाजन की तरफ से माथेरान के पशु - पक्षियों की सेवा में पूरा सहयोग देने  सुनिश्चित योजना बनाई गई।  इस मीटिंग में माथेरान की मेयर मैडम प्रेरणा सावंत, अश्वपालक संघ के अध्यक्ष - आशाताई तथा गटनेता - भाई प्रसाद सावंत उपस्थित थे जिनसे  विधिवत  चर्चा हुई । समस्त महाजन की ओर से इस अवसर पर घोड़ों को  नियमित पानी की व्यवस्था के लिए टैंक (खोल) बनाने की भी बात भी तय हुई ।

माथेरान प्रोजेक्ट के इंचार्ज समस्त महाजन के ट्रस्टी  गिरीशजी सत्रा (+91 98201 63946) की विशेष अनुकंपा  से 27 जून  को  इस संबंध में प्रातः 10 बजे दस्तूरी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है । समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी  गिरीश जयंती शाह ने सभी से अनुरोध किया है कि  इस कार्यक्रम में शामिल हो । कल के कार्यक्रम में 460 यात्री  वाहक घोड़े और 235 धुलाई वाले घोड़े के लिए  15 दिनों के लिए  चारा -दाना  प्रदान किया जाएगा।

शाह ने बताया कि  इस कार्यक्रम में  तकरीबन ₹ 10  लाख का भूसा और मिनरल मिक्स्चर घोड़ों के लिए दिया जाएगा।  ऐसे जीव दया एवं पुण्य  कार्यक्रम में  लोगों को साझीदार बनना चाहिए और अपनी उपस्थिति  दर्ज करवा कर इस कार्यक्रम को उत्साहित करना चाहिए।  इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी  गिरीश जयंतीलाल(98200202976)से सीधे संपर्क किया जा सकता है ।