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Pashu Sandesh, 03 November 2021
गिरीश जयंतीलाल शाह के नेतृत्व में संचालित स्वयं सेवी संस्था समस्त महाजन के नेतृत्व में पूरे भारत में 100 करोड़ गोबर दीपक जलाने का संकल्प लिया है। समस्त महाजन के विशेष प्रतिनिधि मित्तल खेतानी ने बताया कि देशभर के पशु प्रेमियों से अनुरोध किया है कि सभी जुड़े संकल्प को पूरा करें। आगे उन्होंने बताया कि टीम के मित्तल खेताणी,गौ प्रेमी एडवोकेट डो.माधव दवे,योगेश पांचाणी,अजितभाई भीमजियाणी,प्रतीक संघाणी ने केंद्रीय पशुपालन मंत्री परषोत्तम रूपालाजी को गोबर गोमय दिए भेंट किए। समस्त महाजन की ओर से अनुरोध किया गया है कि "दीपावली" से पहले हर किसी को मैसेज पहुंचाऐं ताकि लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी गिरी जयंतीलाल शाह ने बताया कि इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री रुपाला जी का बहुत बड़ा समर्थन और उत्साह वर्धन प्राप्त हो रहा है।
समस्त महाजन की ओर से यह अवगत कराया गया है कि गोमय दीपक दीपक जो हाथ नहीं जलाता। ऐसा दीपक जो तेल भी नहीं सोखता। दीपक के प्रयोग के बाद इसे गमले में डालें खाद स्वरुप प्रयोग किया जा सकता जिससे गमले में लगा पौधा गोबर के पोषक तत्वों को ग्रहण कर स्वस्थ रहेगा। ऐसा दीपक के प्रयोग से लकड़ी के बने दीपक दीपक जैसा लुक दिखाई देगा जिससे मन को प्रसन्नता मिलती है और घर की सुंदरता में चार चांद लगा देता है। ऐसा दीपक जिसमें बत्ती पूरी तरह से जलती है। इसके जलने से सुगंध भी आती है और कीड़े पतंगे भी नहीं आते। इस कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने के लिए जन सहभागिता के माध्यम से दीपक जलाने से भारत की हजारों गौशाला में रोशनी होगी क्योंकि, करोड़ों रुपये दीपक के माध्यम से गौशाला को मिल जायेगा। इस अवसर पर समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी ने बताया कि केंद्रीय मंत्री रूपा जी 11,000 दीयों को अयोध्या के दीपोत्सव में शामिल करने के लिए अपनी सहभागिता प्रदान कर चुके।
खेतानी ने आगे बताया कि सबसे खास बात गौशाला और गौमाता को इससे सीधा लाभ मिलता है।बस यही बात काफी है यह दीपक लेने के लिए। इसे धार्मिक आस्था का समान होता है और अपनी संस्कृति का सम्मान भी। समस्त महाजन द्वारा इस अभियान का यही मतलब है कि "आओ चलो साथ चलें" । साथ ही साथ "घर घर महालक्ष्मी की कृपा बरसाएं"। खेतानी ने यह भी कहा कि गृह क्लेश तथा वास्तुदोष इससे दूर होती है । इससे गौमाता का आशीर्वाद घर पर आता है और पृथ्वी को बचाए का नया आयाम मिलता है । आइए हम सब मिलकर पर्यावरण को बचाए। गौशाला समृद्ध बनाये। आज यह अवसर आ गया है कि चाइना का बना दिया नहीं बल्कि स्वदेशी दीपक प्रयोग कर राष्ट्रीय विकास में योगदान दें।