जल्दी ही लखनऊ नगर निगम का चारागाह फार्म तैयार हो जाएगा : डॉ.ए. के.राव
पशु सन्देश, 27th April 2019
डॉ आर.बी.चौधरी
लखनऊ नगर निगम देश का सबसे प्रतिष्ठित और आधुनिक गौशाला संचालित कर रहा है जिसे "कान्हा उपवन" के नाम से जाना जाता है|नगर निगम 2010 में स्थापित किया गया "कान्हा उपवन गौशाला" कुल 54 एकड़ के परिक्षेत्र में फैला हुआ है|जहां पर इस समय 11,039 गली कूचे से पकड़े गए निराश्रित जानवरों का भरण पोषण किया जा रहा है| लखनऊ नगर निगम द्वारा संचालित "कान्हा उपवन" नामक गौशाला अमौसी हवाई अड्डे के पास स्थित है|सूत्रों के अनुसार नगर निगम की यह गौशाला भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के द्वारा जारी एडवाइजरी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ हुई गत वर्ष "गोचर विकास एवं संवर्धन" वार्ता के अनुसार शीघ्र ही देश का पहला चारागाहया गोचर केंद्र आरंभ करेगा|
नगर आयुक्त डॉ| इंद्र मणि त्रिपाठी के कुशल नेतृत्व में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं जिसमें कान्हा उपवन के चुनौतीपूर्ण प्रबंध का विषय राष्ट्रीय परिपेक्ष में एक आकर्षण का विषय बना हुआ है क्योंकि देश के किसी भी नगर निगम के पास इस तरह की अभी तक सुव्यवस्थित एवं आधुनिकतम "कैटल पोंड" यानी पशु शाला(एनिमल शेल्टर)नहीं है|कान्हा उपवन को आधुनिक बनाए जाने के बारे में नगर निगम के संयुक्त निदेशक(पशु कल्याण) एवं प्रधान पशु चिकित्सक,डॉ| अरविंद कुमार राव ने बताया कि इस चारागाह का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लावारिस पशुओं के संतुलित भोजन एवं स्वास्थ्य संबंधित देख-रेख की समस्या को सुलझाने में काफी मदद मिलेगी|उन्होंने बताया कि लखनऊ नगर निगम के सफाई अभियान को मद्देनजर रखते हुए छुट्टा पशुओं की धर -पकड़ का अभियान अभी भी तेजी से चलाया रहा है क्योंकि रोड पर जानवरों के विचरण से एक्सीडेंट की संभावना काफी रहती है|साथ -साथ उन पर अत्याचार भी खूब होता है और पशुपालकों द्वारा खुला छोड़ देने से वह सड़क पर मारे- मारे फिरते हैं और भोजन की खोज में पॉलिथीन निगलने के लिए मजबूर हो जाते हैं जो जीव जंतु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 के अनुसार दंडनीय अपराध(अर्थदंडएवं जेलका प्रावधान) है|
डॉ अरविंद कुमार राव ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बताया कि नगर निगम द्वारा हाल ही में विकसित 43 एकड़ जमीन पर पशुओं के लिए चारागाह बनाया जा रहा है जिस पर तकरीबन 3 करोड़ रुपए की लागत आएगी| उन्होंने बताया कि इस चारागाह के द्वारा पशुओं का भरण -पोषण करने के लिए पहले से विचार किया जा रहा था किंतु आज अब यह सपना जल्दी पूरा हो जाएगा| उन्होंने यह भी बताया कि शहर में छुट्टा पशुओं की समस्या से निजात पाने के लिए घुमंतू पशुओं को पकड़ा जा रहा है और उनके मालिक पर सख्ती से पेश आते हुए अर्थदंड लगाए जा रहे हैं लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि गलत काम करने वाले पशुपालकों की पुरानी आदत की वजह से शहर में खुले घूमने वाले पशुओं के निस्तारण की व्यवस्था में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है| इस साल अभी तक तकरीबन 60 लाख रुपए बतौर जुर्माना इकट्ठा किया गया है| अगर देखा जाए तो 40 से ₹60 हजार प्रतिदिन की धनराशि एकत्र की जाती है| पशु कल्याण के कार्यों में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जा रही है और मैं ही पशु कल्याण के कार्य के मामले में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा|
डॉ| राव देश के प्रख्यात पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा महाविद्यालय पास आउट पशु चिकित्सक हैं जो तमिलनाडु पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय तथा भारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय पशु कल्याण संस्थान से पशु कल्याण में विशेष कोर्स भी कर चुके हैं |साथ ही साथ उन्हें भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड द्वारा समय-समय पर कोऑप्टेड मेंबर तथा मानद जीव जंतु कल्याण अधिकारी जैसे सम्मान से भी नवाजा जा चुका है|सूत्रों के अनुसार पशु कल्याण की दिशा में कार्यरत एक राष्ट्रीय संस्था के द्वारा आयोजित एक समारोह में डॉ| राव के उल्लेखनीय कार्यों के लिए उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा|