पालतू पशुओं में रोडेन्टिसाईड विषाक्ता

Pashu Sandesh, 08 July 2020

डॉ गायत्री देवांगन1, डॉ .अखिलेश मिश्रा2 एवं डॉ. नीतू राजपूत1

रोडेन्टिसाईड कीटनाशकों का एक प्रकार है जो कृन्तकों (मूषक प्रजाति जैसे कि चूहे, गिलहरी एवं बीवर) को मारने के लिए उपयोग किया जाता हैं। रोडेंटिसाइड विषाक्ता पालतू जानवरों में एक आम समस्या है I रोडेंटिसाइड अधिक स्वादिष्ट होने के कारण पालतू जानवर, जैसे की कुत्ते एवं बिल्लियां, कृन्तकों के लिए रखे  हुए जहर को गलती से खा लेते है तो रोडेंटिसाइड  विषाक्ता हो जाती है I रोडेंटिसाइड  खाए हुए कृन्तकों को खाने से भी  रोडेंटिसाइड  विषाक्ता हो सकती है, इस प्रकार के विषाक्तता को "रिले टोक्सिकोसिस " कहा जाता हैI रिले टोक्सिकोसिस की सम्भावना  पालतू जानवरों में कम होती है क्यूंकि कुत्ते एवं बिल्ली मरे हुए चूहों को आम तौर पर नहीं खाते है I परन्तु जंगली जानवरों में रिले टोक्सिकोसिस की सम्भावना ज्यादा होती हैI

 कृन्तकों को मारने के लिए आमतौर पर उपयोग किये जाने वाले रोडेंटिसाइड निम्नलिखित है:-

1. जस्ता एवं एल्यूमीनियम फास्फाइड

ये जानवर के अंदर फॉस्फाइड गैसों को रिलीज करके मारते हैं, जिससे जिगर की क्षति होती है।

लक्षण:

  1. पेट में दर्द और पेट का आकर बढ़ जाना I
  2. उल्टी होना I
  3. शॉक एवं जानवर की मृत्यु हो जाना I

 2. ब्रोमेथलीन

यह मस्तिष्क (सेरेब्रल एडिमा) की सूजन पैदा करके मारता है। इस विशेष जहर के लिए विषाक्त खुराक बहुत कम है, खासकर बिल्लियों के लिए

ब्रोमेथलीन के लक्षण तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करने वाले होते है

  1. शरीर में झटके और ऐंठन होना I
  2. पक्षाघात होना I
  3. शरीर का संतुलन बिगड़ जाना I
  4. अचानक मृत्यु हो जाना I

3. कोलेकेल्सिफेरोल (विटामिन डी 3)

यह खून में कैल्शियम और फास्फोरस के स्तर को बढ़ाकर काम करता है, 

लक्षण :

  1. सुस्त एवं उदास होना I
  2. उल्टी होना, भूख कम लगना I 
  3. ज्यादा प्यास लगना, लगातार पानी पीना एवं बार बार पेशाब करना I
  4. गुर्दे की क्षति होना

4. थक्का रोधी रोडेन्टिसाइड : वारफरीन (Anticoagulant rodenticide: Warfarin)

वारफरीन  रक्त के थक्के बनने से रोकता है, जिससे की आंतरिक रक्त स्राव होता हैI चूहे मारने का यह सब से आम तरीका हैI क्लॉटिंग कारकों की सक्रियता के लिए विटामिन K की आवश्यकता होती हैI ये थक्के कारक, थक्का बनने और सक्रिय रक्तस्राव को रोकने में मदद करते हैंI इसलिए, जब वारफरीन विटामिन K1 को निष्क्रिय करता है, तो शरीर  थक्के नहीं बना सकता है और अनियंत्रित रूप से रक्तस्राव होता हैI 

लक्षण आमतौर पर खाने के लगभग 2-5 दिनों बाद दिखाई देते हैं 

1. पहले नैदानिक लक्षण अक्सर श्वसन प्रणाली से जुड़े होते हैं, जैसे कि खाँसी (कभी-कभी खांसी के साथ खून आना), साँस लेने में कठिनाई, तेजी से साँस लेना होते हैI 

2. कमजोरी होना मसूड़ों का पीला पड़ना I

3. उल्टी एवं दस्त होना I

4. भूख कम होना I

5. आतंरिक रक्तस्राव I

6. नाक एवं मसूड़ों से खून निकलना I 

7. अचानक मृत्यु हो जाना I

रोडेन्टिसाईड विषाक्ता के लक्षण उसके प्रकार एवं ग्रहण किये गए मात्रा  के अनुसार भिन्न हो सकते है कुछ मामलों में, पालतू के जहर खाने के कुछ दिनों बाद तक लक्षण दिखाई नहीं देते हैंI

उपचार

  1. सभी जानवरों को जो किसी भी मात्रा में रोडेन्टिसाइड खाया हो, तुरंत पशु चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए । रोडेन्टिसाइड निगलने  वाले पालतू जानवरों को तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है।
  2. यदि ग्रहण करने के तुरंत बाद (एक या दो घंटे के भीतर) रोडेन्टिसाइड विषाक्ता पहचाना जाता है, तो आमतौर पर उल्टी करा के जहर को बहार निकाला जा सकता है ।
  3. पशुचिकित्सा के लिए जाने से पहले उपयोग में लाए गए रोडेन्टिसाइड के पैकेट प्राप्त करना जांच एवं उपचार प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है । 
  4. थक्कारोधी रोडेन्टिसाईड के अलावा किसी भी रोडेन्टिसाईड के लिए मारक (antidote) उपलब्ध नहीं है विटामिन K, वॉरफेरिन रोडेन्टिसाईड का मारक है ।
  5. दूसरे रोडेंटिसाइड विषाक्ता में लक्षण के आधार पर उपचार किया जाता है ।

डॉ गायत्री देवांगन1, डॉ .अखिलेश मिश्रा2 एवं डॉ. नीतू राजपूत1

1.पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, महू, इंदौर

2.मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली