म.प्र.: निराश्रित गोवंश के आए अच्छे दिन

पशु संदेश,16 January 2020

घोषणापत्र, संकल्पपत्र, वचनपत्र, विज़न डॉक्यूमेंट ये नाम हैं, उन वादों से भरे दस्तावजों के जो वादे चुनाव के समय राजनेतिक दलों द्वारा जनता से किये जाते हैं | पिछला अनुभव बताता है कि, इन वादों में से बहुत ही कम वादों पर सत्ता में आने के बाद अमल होता है | नियत में खोट, इक्छा शक्ति में कमी या लोकसेवकों की अकर्मण्यता जैंसे कारणों के चलते ज्यादातर वादे घोषणापत्र से धरातल तक का सफर तय नहीं कर पाते | खैर, हम सभी लोग इन चीजों के आदी हो चुके हैं, ऐंसा होने पर हमे आश्चर्य नहीं होता | हमें आश्चर्य तो तब होता है, जब हम चुनावी वादों को धरातल पर साकार होते हुए देखते हैं |

ऐसा ही आश्चर्य मध्य प्रदेश की जनता को तब हुआ जब अख़बारों में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से गौशालाओं के उद्घाटन की खबरें मिलने लगीं | पलट कर देखा तो ध्यान आया कि कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में हर पंचायत में गौशाला खोलने का वादा किया था | सत्ता सँभालने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था, गायों का संरक्षण और गौशालाओं का निर्माण सिर्फ हमारे वचनपत्र का हिस्सा ही नहीं है, इस कार्य से मेरी व्यक्तिगत आस्था और भावनाएं भी जुड़ी हैं | उनके इस कथन के बाद एक आस जगी थी कि अब जरुर गायों के संरक्षण के लिये प्रदेश में कुछ ठोस काम होगा | कमलनाथ सरकार का एक वर्ष पूरा होते होते प्रदेश के विभिन्न भागों से गौशलाओं के उद्घाटन की ख़बरें आने से अब यह विश्वास हो गया की मध्य प्रदेश में गायों के अच्छे दिन आ गये |

प्रदेश सरकार ने प्रथम वर्ष में 1000 गौशालाएं एवं दूसरे वर्ष में 3000 गौशालाएं खोलने का लक्ष्य रखा है | इन गौशालाओं में लगभग चार लाख निराश्रित गायों को आश्रय मिलेगा | इस लक्ष्य को हासिल करने के लिये सरकार ने तीन मॉडल्स पर गौशाला खोलने की नीति बनाई है | इसमें मनरेगा मॉडल, निजी मॉडल एवं हाई टेक मॉडल को शामिल किया है |

मनरेगा मॉडलइस मॉडल के अंतर्गत मनरेगा की राशी से ग्रामीण विकास विभाग द्वार गौशाला का निर्माण कराया जायेगा एवं स्थानीय समिती इसका संचालन करेगी |

निजी मॉडल - इस मॉडल के अंतर्गत जो व्यक्ति या निजी संस्थायें गौशाला स्थापित एवं संचालित करना चाहती हैं, सरकार उन्हें गौशाला स्थापित करने हेतू निशुल्क भूमी उपलब्ध करायेगी | इस मॉडल के तहत सर्वसुविधायुक्त, आत्मनिर्भर स्मार्ट गौशालाओं के निर्माण का लक्ष्य है |

हाई टेक मॉडलइस मॉडल के अंतर्गत बिरला समूह अपने कार्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी (CSR) फण्ड से अगले 18 माह में प्रदेश में 100 अत्याधुनिक गौशालाओं का निर्माण एवं संचालन करेगा |

इस समय प्रदेश के सभी ब्लॉक्स में गौशालाएं आकार ले रही हैं | ज्यादातर जगह निर्माण पूरा हो चुका है और बाकी जगह निर्माण कार्य पूरी तेजी से चल रहा है | प्रदेश सरकार ने गौशालाओं के निर्माण में जिस कौशल का परिचय दिया है, वही कौशल गौशालाओं के संचालन में भी दिखाना होगा तभी उद्देश्य की प्राप्ति होगी |

हमारी आस्था की प्रतीक गौमाता को संरक्षण एवं सम्मानित जीवन देने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ जी को बहुत बहुत साधुवाद |