पशु संदेश, 14 दिसम्बर 2016
By Dr. Chatrapal Tandekar
ठण्ड के दिनों में पारा हमेशा गिरा रहता है | साथ ही कड़कडा़ती ठण्ड हवा में घुली रहती है जो सहन नहीं होती है | दिसम्बर से फ़रवरी के समय में ठण्ड न सिर्फ इंसानों को परेशान करती है बल्कि पालतू पशु पक्षियों को भी परेशान करती है | अतः हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि हम इन बेज़ुबान जानवरों को ठण्ड से बचाएँ | आईये बात करते हैं ठण्ड में इनकी देखभाल की |
पालतू पशु पक्षियों को घर के अंदर रखें:
डॉग्स और कैट्स की आदत होती है गाडी के नीचे छुपकर सोने की | यहाँ पर इन्हें ठंडी हवा से बचाव मिलता है | अच्छा होगा की गाडी का इंजन चालु करने से पहले यह देख लें की आप की गाडी के नीचे कोई डॉग या कैट छुपकर तो नहीं बैठा है | जितना हो सके अपने पेट्स को घर के अंदर ही रखें |
पालतू पशु पक्षियों को गर्म कपडे से ढंके :
क्या आप ठण्ड में बिना गर्म कपड़ों के बाहर निकलने के बारे में सोच सकते हैं ? नहीं ना , तो फिर यही बात आपके पालतू पशु पक्षियों पर भी लागू होती है | बाज़ार में कई तरह के गर्म कपडे़ डॉग्स और कैट्स के लिए उपलब्ध हैं | आप कोई भी सही माप का गर्म कपडा़ लें और उन्हें पहनायें ख़ासतौर पर जब बाहर घूमने ले जाएँ | अगर आपके पास कोई पक्षी है या छोटा जानवर जैसे खरगोश आदि तो उनके पिंजरे को कम्बल से ढँक दें | ध्यान रहे की कम्बल से ढंकने के बावजूद हवा आने जाने की जगह बनी रहे |
प्राकृतिक गर्मी प्रदान करतें हैं उनके शरीर के बाल:
डॉग्स और कैट्स को उनके बाल कुदरत नें उन्हें ठण्ड से बचने के लिए दिए हैं | यह बाल इन्हें प्राकृतिक रूप से गर्म रखते हैं | इस मौसम में जानवरों के बाल न कटवाएं | यह ध्यान रखें की जब भी आप इन्हें नहलायें तो तत्काल बालों को सुखाएं फिर कहीं बाहर घूमने ले जाएँ |
गर्म व नर्म बिस्तर का करें इंतजाम :
ठण्ड के दिनों में आपके पालतू जानवर को ठन्डे फर्श पर न सोने दें | लम्बे समय तक ठन्डे फर्श के संपर्क में आने से जानवर बीमार पड़ सकता है | डॉग्स और कैट्स के लिए बाज़ार में बहुत आकर और प्रकार के बिस्तर उपलब्ध हैं | बिस्तर को गर्म जगह पर लगायें फिर देखें आपके पेट की आँखों में ख़ुशी |
रूम हीटर से रखें दूर :
यदि आपके घर के अंदर पेट्स खुले घूमते हैं तो उन्हें रूम हीटर्स के पास न जाने दें | हीटर्स के पास जाने से पेट्स के बाल आग पकड़ सकते हैं और गंभीर हादसा हो सकता है |
समय समय पर पीने का पानी बदलें :
ठण्ड में पेट्स के बर्तन में रखा हुआ पानी अत्यधिक ठंडा हो जाता है | इतना ठंडा पानी जानवर नहीं पीना चाहते और कम पानी पीते हैं | कम पानी पीने से यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है | इसलिए ठण्ड के दिनों में पानी बार बार बदलना चाहिए |
स्वास्थ की जांच करवाएं :
पशु चिकित्सकों के अनुसार ठण्ड के मौसम में जोड़ों के दर्द से पीड़ित जानवर और अधिक पीड़ा से गुजरतें हैं | अतः यह आवश्यक है की इस मौसम में इनका अधिक ख्याल रखा जाए | समय समय पर उनको व्यायाम करवाएं तथा डाक्टरी जांच भी करवाएं |
इन सभी छोटी छोटी बातों का ध्यान रख कर हम अपने पेट्स को ठण्ड के मौसम में खुश और हेल्थी रख सकतें हैं |
Pashu Sandesh acknowledge contribution of Dr Chatrapal Tandekar, Asst Veterinary surgeon, District Veterinary Polyclinic Chindwada MP