हजारों की संख्या में कर्मचारियों की मौन सभा - प्रतिपक्ष नेता हेमंत सोरेन भी शामिल
पशु संदेश, 29 सितंबर 2019 मोरहाबादी, रांची (झारखंड)
रिपोर्ट : डॉ: आर बी चौधरी
आज हजारों की संख्या में झारखण्ड के चैबिसों जिले के हर प्रखण्ड और सभी विभागों के सामूहिक आन्दोलन का साक्षी बना। नई पेंशन योजना को खत्म कर पुरानी पेंशन योजना को बहाल करवाने के उद्देश्य से एनएमओपीएस, झारखण्ड के तत्वाधान में चल रहे आन्दोलन के तहत पेंशन पर संघर्ष पर एक बहुत बड़ा जमावड़ा आयोजित किया गया जिसमें झारखंड के प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन भी शामिल हुए और उन्होंने इस मांग को जायज ठहराया। उन्होंने कहा कि झारखंड के ही नहीं बल्कि समस्त भारत के सरकारी कर्मचारियों की यह मांग बिल्कुल है ।इसे फिर से जितना जल्दी हो सके बहाल किया जाना चाहिए।
इस कार्यक्रम में इस आन्दोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि नई पेंशन योजना समाज का कोढ़ है जो अर्थव्यवस्था को भी धीरे-धीरे खोखला करता चला जा रहा है। जैसे-जैसे एनपीएस के तहत लोग रिटायर हो रहे हैं, इसके भयावह उदाहरण देखने को मिल रहे हैं। जितनी राशि नई पेंशन योजना के रुप में लोगों को मिल रही हैं और ज़िन्दगी भर मिलती रहेगी उतने में उनका घर खर्च चलाना असंभव है और लाखों किसानों की आत्महत्या के बाद भविष्य में सरकारी कर्मचारियों को भी इसी विवशता की ओर बढ़ना पड़ेगा। उन्होंने आगे बताया कि आज कम्पनियां डूब रही हैं और पैसे लेकर देश से भाग रही हैं जबकि सरकार जबरदस्ती कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई शेयर बाजार में लगवा रही हैं।
आज इस आन्दोलन में नीति निर्माण की मुख्य ईकाई सचिवालय सेवा के लोग भी दिखे, विधि व्यवस्था सम्भालने वाले पुलिस सेवा के लोगों ने भी भाग लिया, देश को राह दिखाने वाले शिक्षक, हर निर्माण की नींव आई टी आई तथा इंजिनियरिंग सेवा के लोग, सरकार की हर योजना को धरातल पर लाने वाले जन सेवक तथा लिपिक तथा स्वास्थ्य सेवा के डाॅक्टर तथा पैरा मेडिकल के स्टाफ ने भी बढ़चर कर इस आन्दोलन में हिस्सा लिया।राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बन्धु जी ने कहा कि 28 सितम्बर 2019को एनएमओपीयस की राष्ट्रीय बैठक रायपुर(छत्तिसगढ़)में संपन्न हुयी। जिसमें यह निर्णय लिया गया है कि 07 दिसम्बर को पूरे देश से लाखों कर्मचारी अर्धसैनिक बलों के लिये रक्त दान कर सरकार को यह सन्देश देंगे कि कर्मचारी अपना खून दे सकते हैं मगर अपना हक-पुरानी पेंशन नहीं।हर जिला मुख्यालय पर रक्तदान शिविर लगाए जायेंगे।
बंधु ने एनपीएस और कर्पोरेटाइजेशन के विरोध मे एनएमओपीएस ने अपने लाखों कर्मचारियों के साथ 02 फरवरी 2020 को दिल्ली के चारों तरफ से पैदल मार्च करने की घोषणा की सभा को विभिन्न वक्ताओं ने सम्बोधित किया जिसके उपरान्त हजारों कर्मियों का हुजूम मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ा। कुछ दूर आगे जाने पर पुलिस बल ने रैली को रोकने की चेष्टा की आन्दोलन में आये लोगों ने इस बात का पुरज़ोर विरोध किया और एनपीएस भारत छोड़ो के नारे लगाते हुए अपनी पुरानी पेंशन लौटाने की माँग पर अड़े रहे। इसी दौरान सभा की स्थिति को जानकर झारखण्ड सरकार के नेता प्रतिपक्ष श्री हेमन्त सोरेन, मोरहाबादी पहुँचे और उन्होंने कहा की कर्मचारियो की माँग जायज है, यदि उनकी सरकार आती है तो वे आश्वस्त करते हैं की वे पुरानी पेंशन को बहाल करेंगे।
चूँकि, माननीय राष्ट्रपति के कार्यक्रम के कारण मुख्यमंत्री अपने आवास पर मौजूद नहीं थे जिसके कारण प्रतिनिधिमंडल को अपना ज्ञापन उपायुक्त, राँची को देकर लौटना पड़ा। आन्दोलन शान्तीप्रिय किन्तु जोशीला था और आन्दोलन में आये हर कर्मी में पेंशन हेतु बैचेनी दिखी। अन्ततः प्रान्तिय अध्यक्ष विक्रान्त कुमार सिंह ने सभी कर्मियों का धन्यवाद ज्ञापन किया और कहा कि जबतक पुरानी पेंषन बहाल नहीं हो जाती यह आन्दोलन जा रहेगा, बढ़ता रहेगा और आगे उग्र एवं निर्णायक हो जायेगा।
इस मौके पर प्रान्तीय समिति के महासचिव, प्रदीप कुमार मण्डल, प्रान्तीय कोषाध्यक्ष, नितिन कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सुनिल कुमार, मुख्य सचेतक, रविन्द्र कुमार चैधरी, मुख्य समन्वयक, पंकज सिंह, उपाध्यक्ष, लाल बिहारी यादव, डाॅ0 सुधांषु कुमार सिंह, उज्जवल कुमार तिवारी, भिखु पासवान, उपमहासचिव, आनन्द किषोर साहू, लोकेष कुमार, अरविन्द कुमार, अमरेष कुमार, महिला मोर्चा अध्यक्षा, सुधा शर्मा, मुख्य प्रवक्ता, दिनेष कुमार शुक्ला, प्रवक्ता, कृत्यानन्द झा एवं षिल्पा सुहासिनी, अंकेक्षक, विशवजीत कुमार, संगठन सचिव, संजय कुमार, अमित राम, ब्रजमोहन यादव, काषीनाथ महतो, सुनिल कुमार कष्यप, सुमित कुमार नन्द एवं कुंदन मंडल, मिडिया प्रभारी, डाॅ शिवानन्द काशी, विद्यार्थी कुमार, राकेश कुमार, मुकेश चन्द्र पासवान एवं सभी जिलों के कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद थे।
डॉ: आर बी चौधरी
(विज्ञान लेखक एवं पत्रकार)