बच्चों में करुणा की भावना जगाना अत्यंत आवश्यक है
Pashu Sandesh, रांची (झारखंड);10 मई 2021
एनिमल वेलफेयर साइंस पर प्रकाशित पत्रिका पशु मित्र के एडिटोरियल बोर्ड के एडवाइजर एवं झारखंड स्टेट एनिमल वेलफेयर बोर्ड के पूर्व प्रभारी अधिकारी, डॉक्टर शिवानंद काशी पशु कल्याण की द्विमासिक पत्रिका "पशु मित्र" की उपहार प्रतियां प्राप्त की जिसे शहर के पशु प्रेमी ,बच्चों को साथ लेकर पत्रिका का लोकार्पण किया । डॉक्टर काशी ने बताया गया कि जीव दया या करुणा के प्रचार मे रुचि रखने वाले बच्चे अवश्य एक दिन करुणा इंटरनेशनल जैसी संस्थाओं के सदस्य होकर समाज में जीव जंतु कल्याण के लिए जनजागृति पैदा करने का कार्य करेंगे।
बच्चों के माध्यम से आयोजित लोकार्पण सभा में अंशुल श्रेयस( रिशु); कबीर आदित्य आनंद(पुचपुच);शानवी श्री (चिक्की); आशी; शौर्य आदित्य आनंद(आशु) और रुद्र आदित्य आनंद( टूटू) ने भाग लिया। पशु मित्र के झारखंड राज्य से प्रभारी एवं एडिटोरियल एडवाइजर डॉक्टर शिवानंद काशी ने बच्चों को पत्रिका के बारे में जानकारी दी और बताया कि पत्रिका अगले अंक से बच्चों के बारे में एक अलग कालम आरंभ करेगा। जिसमें बच्चों को पशु कल्याण जीव दया और करुणा के विषय में संवाद का अवसर मिलेगा और उनके बनाए चित्र तथा विचारों को भी प्रकाशित किया जाएगा। पशु मित्र के संपादक डॉक्टर आरबी चौधरी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों का कालम डॉक्टर शिवानंद काशी के सुझाव से आरंभ किया जाएगा।
वैसे डॉक्टर काशी जीव जंतु क्रूरता निवारण अधिनियम के क्रियान्वयन तथा राज्य में बेहतर पशु कल्याण कार्यक्रमों को संचालित करने के मामले में झारखंड राज्य के अग्रणी विशेषज्ञ है जो पिछले एक दशक से केंद्र और राज्य सरकार के साथ तालमेल बनाकर चलने के लिए खूब जाने जाते हैं। डॉक्टर शिवानंद की एक गौशाला पर प्रस्तुत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने प्रकाशित किया है । एनिमल केयर और मैनेजमेंट पर आधारित उल्लेखनीय कार्यों के लिए उन्हें कई बार क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार प्रदान किए जा चुके हैं। झारखंड राज्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड के प्रथम प्रभारी अधिकारी डॉक्टर शिवानंद काशी भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के साथ में कई रीजनल सेमिनार और मीटिंग आयोजित कर चुके हैं। एनिमल वेलफेयर में स्पेशलाइजेशन के लिए उन्होंने देश में संचालित अब तक कई कोर्स/डिग्री हासिल किया है ।
पशुमित्र पत्रिका के संपादक ने यह भी कहा कि बच्चों जीव दया एवं करुणा के विषय में बताना और उन्हें संवेदनशील बनाना अत्यंत आवश्यक है। डॉक्टर शिवानंद काशी का यह सुझाव और पहल अत्यंत महत्वपूर्ण है और बच्चों में जीव दया प्रसार प्रचार के लिए बच्चों में जीव दया की शिक्षा को बढ़ावा देना एक आवश्यक कदम है। इसके लिए पशु मित्र पत्रिका कटिबंध है क्योंकि इस जागृति से आने वाली पीढ़ी प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करने में अहम भूमिका निभाएगी ।