Pashu Sandesh, 23 July 2020
डॉ. संदीप इंदुरकर
छतीसगढ़ के छोटे पशुपालक किसान के आर्थिक स्तिथि का आधार अब बकरिओं में कृत्रिम गर्भाधान से होगा समाधान
‘’भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के वचनों के अनुसार गरीबो की गाय कहे जाने वाली प्रजाति बकरी‘’
छतीसगढ़ शासन एवं पशुधन विकास विभाग अभिनव पहल से छतीसगढ़ के छोटे पशुपालक किसान के आर्थिक स्तिथि में सुधार लाने का प्रयास किया जा रहा है जिसकी सुरुवात राजनंदगांव जिले के दूरस्थ तहसील गंडई के वनांचल ग्रामो में प्रारंभ किया गया है| छतीसगढ़ में 20 वीं पशु संगणना के अधार पर मादा बकरिओं की संख्या 2751324 एवं नर बकरों की संख्या 1254333 है|
छतीसगढ़ में निम्न वर्ग के छोटे पशुपालक किसान बकरी पालन कर अपना जीवन यापन भी कर रहे है|जिससे उनके जीने का आर्थिक अधर सिर्फ और सिर्फ बकरी पालन है
उद्देश
बकरीओं में गर्मी के लक्षण
अधिकतम बकरियां ठंड के मौसम में (अगस्त से जनवरी) गर्मी के लक्षण प्रदर्शित करती है एवं प्रकाश का भी इनके गर्मी के लक्षण को प्रभावित करता है जिसमे प्रकाश का महत्वपूर्ण योगदान होता है बकरिओं में गर्मी के लक्षण 21 दिनों का होता है यह बकरिओं के प्रजाति के आधार पर पाया जाता है एवं बकरिओं में गर्मी के लक्षण 24 से 36 घंटे तक रहता है जिसमे इनके अंडाणु का स्त्राव गर्मी के अंत में होता है अधिकतम बकरियां 6 से 8 माह के उम्र में प्रथम बार गर्मी के लक्षण प्रदर्शित करती है
Table 1. Breeding Time Chart* |
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If doe's normal heat period length is: |
Breed her at this time after first observed signs of heat: |
24 hr |
As soon as the doe shows estrus |
36 hr |
Within 12 hr of estrus |
48 hr |
24 hr after estrus |
72 hr |
48 hr after estrus |
* In all cases, if doe is still in heat 24 hrs after first breeding, breed her again. |
कृत्रिम गर्भाधान के पूर्व आवश्यक सामग्रियां
बकरीओं का कृत्रिम गर्भाधान
जैसा की पूर्व में बताया गया है की अधिकतम बकरियां ठंड के मौसम में (अगस्त से जनवरी) गर्मी के लक्षण प्रदर्शित करती है जिसमे गर्मी के लक्षण 21 दिनों का होता है एवं 24 से 36 घंटे तक रहता है जिसमे इनके अंडाणु का स्त्राव गर्मी के अंत में होता है|
बकरिओं में कृत्रिम गर्भाधान हर 12 घंटे के अन्तराल में 2 से 3 बार करना चाहिये
बकरियो का गर्भकाल
1) अधिकतम बकरियो का गर्भकाल 145 से 155 दिनों का होता है या 150 दिन ( 5 माह ) का होता है
2) बकरियां अधिकतम 2 या 3 बच्चों को जन्म देती है
वर्तमान गतिविधि
वर्तमान में गंडई से दूर वनांचल ग्राम – सेतवा में 3 बकरिओं में सफलतापूर्वक कृत्रिम गर्भाधान किया गया
डॉ. संदीप इंदुरकर
(एम.व्ही.एस.सी)
पशुचिकित्सा सहा.शल्यज्ञ
पशुचिकित्सालय, गंडई