Pashu Sandesh, 17 Sep 2022
लखनऊ(उत्तर प्रदेश)। डॉक्टर आरबी चौधरी
भारतीय जीवजंतु कल्याण बोर्ड- एडब्ल्यूबीआई, भारत सरकार के द्वारा पशुकल्याण एवं गौ संवर्द्धन जागरूकता अभियान के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, हरियाणा एवं पंजाब प्रांतों से आये 92 प्रतिभागी संचालित सघन प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के संयोजक डॉ जय प्रकाश सक्सेना ने बताया कि दिन भर पशु कल्याण से संबंधित महत्वपूर्ण तमाम विषयों पर जानकारी प्रदान की गयी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय प्रमुख रमाकांत उपाध्याय ने किया और उन्होंने गौ संरक्षण के ऐसे कार्यक्रमों की सराहना की और इसे जारी रखने का आग्रह किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) गौसेवा प्रकोष्ठ के प्रान्त प्रमुख श्री रमाकांत उपाध्याय और डा जयप्रकाश सक्सेना के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ किया गया।
मुख्यवक्ता के तौर पर बोलते हुए श्री रमाकांत जी ने वर्तमान में गौवंश की महत्ता और उसके सांस्कृतिक महत्व पर विस्तार से बताया। उन्होंने डॉ सक्सेना द्वारा किए जा रहे इस प्रयास की सराहना की और कहा कि भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के उद्देश्यों को डॉ जयप्रकाश फील्ड ले जा रहे हैं और लोगों को जागरूक बना रहे हैं जो अत्यंत सराहनीय कार्य है। इससे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय पशुपालन मंत्री श्री पुरुषोत्तम रुपाला जी के उद्देश्यों के अनुसार गोसंरक्षण अभियान को विशेष बल मिलेगा। कार्यक्रम में डॉ जयप्रकाश सक्सेना ने भी जीवों के प्रति दया का भाव रखने के लिए सभी का आवाहन किया। इस प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने जहां भारत सरकार के गोसंरक्षण के मिशन का परिचय दिया और वहीं पर भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के तरफ से पधारे मानवीय शिक्षा अधिकारी, डॉ एस भरत कुमार ने मानवीय शिक्षा के महत्व और गो संरक्षण के लिए विभिन्न कानून के प्रावधान बताएं।
लखनऊ स्थित गोयल आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के सयोजक , पर्यावरण भारती के प्रधान संपादक और भारतीय जीवजंतु कल्याण बोर्ड के कोआप्टेड मेम्बर, डॉ जयप्रकाश सक्सेना ने अपने प्रकाशन की ओर से किया था । डॉ सक्सेना ने बताया कि जिसमें केंद्रीय पशुपालन मंत्री श्री पुरुषोत्तम रुपाला तथा भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के अधिकारी, डॉक्टर ओपी चौधरी चेयरमैन, डॉ एसके दत्ता सेक्रेटरी तथा श्रीमती प्राची जैन सहित डॉक्टर एस भरत कुमार का मार्गदर्शन एवं सहयोग बना रहा। इस कार्यक्रम की सफलता के बाद अगला कार्यक्रम अक्टूबर महीने में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण जनपद आगरा में आयोजित किया जाएगा। आयोजन का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि गोवंशीय पशुओं पर होने वाले अपराध का मूल कारण है कि लोगों में जागरूकता का अभाव है। अगर आम आदमी गोवंश के संरक्षण की बात को अपने मन में बैठा लो तो बहुत बड़ी समस्या हल हो जाएगी।
प्रशिक्षण देने वाले विशेषज्ञों में डा एस भरत कुमार, डॉ अनिल यादव (उपनिदेशक पशु पालन विभाग उप्र), डॉ मनीष सिंह, डॉ आलोक कुमार मिश्रा, डॉ श्रीकृष्ण मित्तल एवं श्री रमाकांत उपाध्याय शामिल रहे। कार्यक्रम के संयोजक डॉ सक्सेना ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहयोग देने वालों के प्रति आभार व्यक्त किया है और कहा कि कार्यक्रम में गोयल आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गौसेवा विभाग तथा राष्ट्रीय पत्रिका पर्यावरण भारती प्रकाशन की टीम का विशेष सहयोग रहा।