गांधी जयंती पर गोरखपुर के पशु प्रेमी गौशाला गए- गायों को चारा डाला

Pashu Sandesh, 02अक्टूबर 2020,गोरखपुर(उत्तर प्रदेश)

डॉ. आर.बी चौधरी

गांधी जयंती के अवसर पर शहर के पशु प्रेमियों के एक समूह ने गोरखपुर शहर में पशु कल्याण  को पुनर्जीवित  करने के लिए एक प्रभावी अभियान चलाने का संकल्प लिया क्योंकि आज ही के दिन हर साल 2 अक्टूबर को पूरे देश और दुनिया में हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मनाई जाती है। महात्मा गांधी जी का जन्म 1869 को पोरबंदर गुजरात में हुआ था  जो सत्य और अहिंसा  के प्रमुख सिद्धांतों के लिए जाने जाते हैं। सत्य और अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी जी की जयंती के मौके पर शहर की  जानी-मानी युवा समाजसेवी अमृता राव, मानद जीव जंतु कल्याण अधिकारी अमरनाथ जायसवाल  सहित समाजसेवी एवं पत्रकार रामकृष्ण शरण मणि त्रिपाठी हुए। आज के कार्यक्रम में पशु प्रेमियों के प्रणेता  एवं संरक्षक  के रूप में समाज सेविका  रागिनी राव शामिल हुई और  गायों को केला और गुड़ खिलाया।

भारत सरकार के अधीन कार्यरत भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के  मंडलीय प्रभारी  अमरनाथ जायसवाल ने बताया कि  गांधी जयंती के अवसर पर आज के इस अभियान में  पशु प्रेमियों  समूह  सबसे पहले पादरी बाजार स्थित धनुषधारी गौशाला पहुंचा। जहां पर इन पशु प्रेमियों ने गायों को गुड हरा चारा रोटी  तथा अकेला आदमी आदि आहार आहार खिलाया। गौशाला में पशु आहार वितरण  कार्य का शुभारंभ शहर की  समाज सेविका रागिनी राव  ने किया और  सभी पशु प्रेमियों को  जीव दया कार्य में समर्पित होने की शुभकामना की। रामकृष्ण शरण मणि त्रिपाठी ने बताया कि गांधी जयंती के मौके पर सभी पशु प्रेमियों  ने तय किया कि शहर में जो भी पशु घायल, चोटिल, एवं बीमार है उनकी  मदद की जाएगी।

पशु प्रेमी एवं समाज सेविका अमृता राव ने कहा कि इस दिन को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने कहा था कि- गाय बचेगी तो मनुष्य बचेगा। गाय नष्ट होगी तो उसके साथ, हमारी सभ्यता और अहिंसा प्रधान संस्कृति भी नष्ट हो जाएगी और पीछे रह जाएँगे भूखे-नंगे हड्डी के ढाँचे वाले मनुष्य।बड़े दु:ख का विषय है कि आज मनुष्य क्रूर होता जा रहा है। प्रशासन एवं पशुपालन विभाग से वांछित मदद लेकर छोटे एवं लावारिस पशुओं के पुनर्वास चिकित्सा एवं रेस्क्यू का कार्य कराया जाएगा।

गांधी जयंती के अवसर पर युवा पशु प्रेमी आरव राव ,अनंत राजपूत भी सभी शरीक हुए। सर्व समाज से यह निर्णय लिया गया कि वर्ल्ड एनिमल डे के अवसर पर  एक बड़े जन जागृति कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जिसमें शहर के पशु पक्षियों के  देख-रेख एवं स्वास्थ्य संबंधी  समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।