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पशु संदेश, भोपाल | 9 अप्रैल 2017
देश में तीन डीम्ड यूनिवर्सिटी, 15 वेटरनरी यूनिवर्सिटी तथा 55 वेटरनरी कॉलेज हैं जिनमें 7000 स्टूडेंट्स प्रति वर्ष एडमिशन लेते हैं | यह जानकारी ICAR के डिप्टी डायरेक्टर जरनल नरेंदर सिंह राठौर ने कर्नाटक वेटरनरी, एनिमल एंड फिशरीज साइंसेस यूनिवर्सिटी बीदर के 7 अप्रैल को आयोजित 9वें दीक्षांत समारोह में अपने दीक्षांत भाषण में दी | दीक्षांत समारोह में यूनिवर्सिटी के 778 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई |
दीक्षांत समारोह में 536 स्टूडेंट्स को स्नातक, 184 स्टूडेंट्स को स्नातकोत्तर तथा 58 को डाँक्टरेट की उपाधी प्रदान की गई | समारोह में 82 स्टूडेंट्स को उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल से नवाजा गया | जिसमें से 2 स्टूडेंट्स सुरेंदर डीएस और बिन्दूजा बीव्ही ने रिकॉर्ड 12-12 गोल्ड मेडल हाँसिल किये | ICAR डिप्टी डायरेक्टर जरनल नरेंद्र सिंह राठौर ने दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथी के रूप में शिरकत की | कार्यक्रम में कर्नाटक वेटरनरी यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर आरव्ही प्रसाद सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे |
अपने दीक्षांत भाषण में राठौर ने कहा कि स्थाई विकास हाँसिल करने के लिए हमें ऐसी नीतियाँ बनानी होंगी जो सिर्फ कृषि ही नहीं किसानों के भी हित में हों | उन्होंने कहा कि गरीबी दूर करना, पोषण के स्तर को उठाना और खाद्य पदार्थों की आपूर्ती सुनिश्चित करना हमारी पहली प्राथमिकता है | इस काम में सरकार के साथ साथ पशु चिकत्सा शिक्षा संस्थाओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका है | हमें अपनी पशु चिकित्सा सेवाओं को और भी सुद्रढ़ करने की आवश्कता है | राठौर ने कहा कि पशु चिकित्सको को उपचार के साथ ही रोगों की रोकथाम तथा उत्पादन वृद्धी पर भी अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिये जिससे महामारी के खतरों से बचा जा सकता है |