"उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी महाराज के आशीर्वाद से मिली जिम्मेदारियों पर मैं खरी उतरूंगी।: चारु चौधरी"
Pashu Sandesh, 6 Sep 2024
डॉ. आर बी चौधरी
पूर्व में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष रह चुकीं अंजू चौधरी की बहू चारू चौधरी को राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष नामित किया गया है। इस संबंध में राज्यपाल ने अधिसूचना जारी कर दी है। सबसे बड़ी बात यह है कि उत्तर प्रदेश महिला आयोग के तीन दिग्गज हस्तियों में चारु चौधरी एक ऐसी बहुमुखी प्रतिभा की धनी ऐसी व्यक्तित्व है जो अधिवक्ता होने के साथ-साथ समाजसेवी, राष्ट्रीय तैराक, प्रखर वक्ता, शिक्षाविद एवं बहुत बड़ी पशु प्रेमी है। गोरखपुर शहर सहित देश भर के पशु प्रेमियों ने चारु चौधरी को शुभकामनाएं और बधाई दी है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार महिला कल्याण अनुभाग-3, उत्तर प्रदेश शासन की प्रमुख सचिव लीना जौहरी के अनुसार, बबीता चौहान, 72, प्रोफेसर कॉलोनी, सिविल लाइन, हरिपर्वत आगरा को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष, अपर्णा यादव,'8/2, विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ एवं चारू चौधरी,पहाड़पुर, गीता प्रेस, हिन्दी बाजार, थाना-राजघाट,गोरखपुर को एक वर्ष की अवधि के लिए उप्र राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष नामित किया गया है। गोरखपुर शहर से चारु चौधरी के नाम नाम की घोषणा के बाद लोगों में अपार खुशी है और बधाइयां देने के लिए ताता लगा हुआ है।
नगर निगम गोरखपुर में पूर्व महापौर अंजू चौधरी की बहू चारू चौधरी गोरखपुर पब्लिक स्कूल की प्रबंधक हैं। वह विभिन्न सामाजिक संगठनों से संबंध है। हिन्दी बाजार निवासी चारू चौधरी के पति अरविंद विक्रम चौधरी भी वरिष्ठ अधिवक्ता हैं। साथ साथ अरविंद विक्रम जी पर्यावरण विशेषज्ञ एवं राज्य सरकार के कई प्रतिष्ठानों में सदस्य हैं। अरविंद विक्रम भी एक जाने माने व्यक्तित्व है। बड़े ही सक्रियता पूर्वक वह विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े रहते हैं। यह बता दें कि बहुमुखी प्रतिभा की धनी चारू चौधरी का मायका ग्वालियर में है। पेशे से अधिवक्ता चारु चौधरी एलएलबी और एलएलएम की पढ़ाई करने के बाद ग्वालियर हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करती रहीं हैं। चारु चौधरी बेहतरीन तैराक रही हैं। तैराकी में मध्य प्रदेश की यह तीन बार स्टेट चैंपियन रही है। नेशनल तैराकी में भी वह चौथे स्थान पर रहीं है। चारू के ससुर चौधरी प्रमोद कुमार आर्यन एजुकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं।
चारू चौधरी ने कहा , "उत्तर प्रदेश के माननीय यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज के आशीर्वाद से मिली जिम्मेदारी पर खरी उतरने की पूरी कोशिश करूंगी। उसका पूरी निष्ठा से पालन करूंगी।" उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष बनीं शिक्षाविद् एवं समाजसेवी चारू चौधरी ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण और महिला सुरक्षा उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि कोलकाता में डॉक्टर के साथ हैवानियत की घटना ने आज महिलाओं को सुरक्षा के प्रति चिंतित जरूर कर दिया है। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था बहुत बेहतर है, फिर भी महिलाओं के आत्मबल बढ़ाने मैं उनकी भरपूर कोशिश रहेगी।
उन्होंने आगे कहा , "मुझे बहुत खुशी है कि मेरी सास की प्राथमिकताओं को पूरा करने का अवसर मिला है। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष के रूप में वह प्रदेश के सभी जिलों में जाकर कार्य किया है और मैं भी उन्हीं की तरह कार्य करूंगी। महिलाओं के हक के लिए हमेशा लड़ती रहूंगी।" उन्होंने यह भी कहा कि मेरी कोशिश रहेगी कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में भ्रमण करूं। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु ने अपने विचारों को खुलकर साझा कीं और महिलाओं की प्राथमिकताएं पर टिप्पणी करते हुए कहा, "पद पर रहकर हमारी सास श्रीमती अंजू चौधरी ने बहुत काम किया है। उस पर मैं विशेष अमल करूँगी। हमेशा मेरा लक्ष्य रहेगा कि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनूं और तत्काल समाधान कराऊं।" उन्होंने यह भी कहा , "सरकार ने महिलाओं के स्वावलंबन को लेकर भी बहुत सारी योजनाएं चला रखी हैं, उसे बताकर महिलाओं को जागरूक किया जाएगा। महिलाओं की ओर से आने वाले सुझावों पर अमल कर उसे भी क्रियान्वयन करने की कोशिश करूंगी।"
चेन्नई से प्रकाशित होने वाली वाली देश की पहली एनिमल वेलफेयर साइंस की पत्रिका, पशु मित्र के चीफ एडिटर डॉ आर बी चौधरी और एसोसिएट एडिटर डॉ अमरनाथ जयसवाल ने पत्रिका के सभी पाठको लेखकों तथा सहयोगियों की ओर से पशु प्रेमी एवं मृदभाषी चारु चौधरी को बधाई दिया है। एनिमल वेलफेयर के अंतरराष्ट्रीय प्रकाशन ने यह निश्चित किया है कि चारु चौधरी को नियमित एक कालम "पशु कल्याण और महिलाओं के योगदान से समाज पर पड़ने वाले प्रभाव" देकर एनिमल वेलफेयर के माध्यम से डोमेस्टिक वायलेंस पर नियंत्रण करने की शुरुआत की जाएगी। चीफ एडिटर डॉ. चौधरी ने कहा कि इससे समाज में जागरूकता बढ़ेगी और पशुओं पर होने वाले अत्याचार को कम करने तथा परिवार में खुशहाली लाने के मनोवैज्ञानिक पहलू को बल मिलेगा।