मछुआरों और पशुपालकों से सरकार का संवाद

पशु संदेश, 27 जनवरी 2025   

देश के 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर, मिनिस्टरी ऑफ फिशरीस, एनिमल हसबेनड्री एंड डेरीइंग ने, राष्ट्रीय गोकुल मिशन और प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थी करीब 500 मछुआरों, पशुपालक किसानों के साथ नई दिल्ली में एक विशेष संवाद सत्र का आयोजन कर इन विशेष अतिथियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मत्स्य पालनपशुपालन और डेयरी मंत्री (एमओएफएएच एंड डी) और पंचायती राज मंत्री (एमओपीआर) राजीव रंजन सिंह के साथ-साथ एमओएफएएच एंड डी और एमओपीआर राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल और एमओएफएएच एंड डी और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री जॉर्ज कुरियन तथा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर इन सभी को केंद्रीय मंत्री और राज्य मंत्रियों के साथ बातचीत करने का अवसर मिला, जिसमें उन्होंने सत्र के दौरान अपने व्यक्तिगत अनुभव, चुनौतियों और आकांक्षाओं को साझा किया। कार्यक्रम के दौरान जम्मू से पशुपालक लोकेश कुमार,  तमिलनाडु से श्रीमती ग्रुवम्मल, बिहार से कुंदन तिवारी, केरल के बायजू ईवी और तमिलनाडु के राकेश कुमार को सम्मानित किया गया।

अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने देश के विकास में किसानों और मछुआरों के अमूल्य योगदान की सराहना की और उनके समर्पण और कड़ी मेहनत की प्रशंसा की। उन्होंने खेती और मत्स्य पालन समुदायों के कल्याण के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई और ग्रामीण आजीविका के उत्थान और पशुधन और मत्स्य पालन क्षेत्र में सतत् विकास सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय द्वारा की गई प्रमुख पहलों पर प्रकाश डाला।

राज्य मंत्री (एफएएचडी) प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि किसान और मछुआरे भारत में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों को आकार देने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। जबकि राज्य मंत्री (एफएएचडी) जॉर्ज कुरियन ने लाभार्थियों की उल्लेखनीय उपलब्धियों को स्वीकार करते हुए, उन्हें अपने संबंधित क्षेत्रों में बेहतर प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी) की सचिव श्रीमती अलका उपाध्याय ने पशुधन और डेयरी क्षेत्र में विभिन्न सरकारी पहलों के तहत हुई प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने उत्पादकता बढ़ाने और किसानों को सशक्त बनाने में नवाचार और सहयोग के महत्व को भी रेखांकित किया। सुश्री वर्षा जोशी, अतिरिक्त सचिव, डीएएचडी, श्री सागर मेहरा, संयुक्त सचिव, डीओएफ के साथ-साथ मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे।