गोरखपुर शहर में पशु प्राण रक्षा की आकस्मिक सेवा आरंभ -गोरखपुर शहर के स्वच्छता अभियान में “पशु कल्याण” को जोड़ा जाएगा

Pashu Sandesh, 23 सितंबर 2020 , गोरखपुर (उत्तर प्रदेश)

डॉक्टर आर. बी. चौधरी

शहर में युवाओं द्वारा संचालित कई लोकप्रिय संस्थाओं के तत्वावधान में 22 सितम्बर को वेबीनार सेमिनार की चौथी श्रृंखला “बात शहर की” का आयोजन किया गया। फोकस रहा शहर की “साफ सफाई और पशु अधिकार “।सामाजिक , आर्थिक, सांस्कृतिक जन स्वास्थ्य से लेकर स्वच्छता अभियान जैसे ज्वलंत मुद्दों को उजागर करने और उसके निदान हेतु यह निर्णय लिया गया कि मानवीय मुद्दों से हटकर पशु अधिकार और पशु कल्याण को भी प्राथमिकता दिया जाएगा। इन्हीं मुद्दों को आज का चर्चा का विषय बनाया गया जिसमें गोरखपुर शहर साफ सफाई और पशु कल्याण के मौजूदा चुनौतियों के आधुनिक एवं वैज्ञानिक प्रबंधन पर चर्चा की गई। साथ ही उसके निराकरण के लिए विशेषज्ञों ने अपने -अपने सुझाव दिए । भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के पूर्व प्रधान संपादक एवं सहायक सचिव डॉक्टर आर बी चौधरी ने कहां कि गोरखपुर शहर में सर- सफाई से लेकर छुट्टा पशुओं की बेहतरीन व्यवस्था के लिए बिना किसी सरकारी सहयोग के प्रतीक्षा किये  युवाओं को सामने आना चाहिए और सबसे पहले इमरजेंसी सेवा से शुरुआत करना चाहिए और छुट्टा पशुओं के प्रबंधन का कार्य शहर के सफाई अभियान से जोड़ देना चाहिए। आज के सेमिनार में राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान की ब्रांड एंबेसडर श्रीमती प्रियंका भारती भी शरीक हुई और अपने अनुभव साझा किए।                                                                                                                                                                                                                                                                                                        

वेबीनार सेमिनार के प्रथम सत्र में राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन की चर्चा से आरंभ किया गया लेकिन इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री मंत्र के साथ और अंत राष्ट्रगान से हुआ। प्रथम सत्र की शुरुआत ब्रांड एंबेसडर प्रियंका भारती ने अपने स्वच्छता अभियान से की तथा अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा कि उनका एक छोटा सा प्रयास भारत ही नहीं समूचे विश्व मैं पसंद किया गया। यह एक ईश्वर की अनुकंपा ही थी जो इस मार्ग पर ले गई। प्रथम सत्र में प्रियंका के विचारों से प्रभावित होकर कई प्रतिभागियों ने प्रश्न पूछे जिसका उन्होंने अत्यंत सरल ढंग से जवाब दिया। अल्पाइन फाउंडेशन की ओर से अमृता राव ने स्वच्छता के कई व्यावहारिक समस्याओं एवं उनके समाधान बताया। “तक्षशिला” संस्था के -“मित्रम परिवार” के सचिव दीप राज ने पर्यावरण संरक्षण तथा जलवायु परिवर्तन के महत्त्व की बात कही। एनवायरमेंटल एक्टिविस्ट नीतू गिरि ने कहा कि अक्सर हम दूसरे के आगे आने की प्रतीक्षा करते हैं जिससे कई काम बिगड़ जाते हैं। इसलिए बेझिझक किसी भी कार्य की शुरूआत के लिए स्वयं आगे आना चाहिए। हिंदी दैनिक तरुण मित्र के वरिष्ठ पत्रकार एवं भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के प्रांतीय प्रतिनिधि अमरनाथ जयसवाल ने भारत सरकार के योजनाओं का कार्यक्रमों का परिचय दिया है और पशु कल्याण के विषय को स्वच्छता अभियान का एक अंग बताया।

सेमिनार के दूसरे सत्र में चेन्नई , तमिलनाडु से शरीक हुए पशु कल्याण शिक्षा विशेषज्ञ डॉक्टर आर.बी. चौधरी ने पशु कल्याण एवं पशु अधिकार के राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय गतिविधियों पर अपने विचार रखें। उन्होंने भारत में पशु कल्याण की स्थिति सरकारी कार्यक्रमों तथा उत्तर प्रदेश सरकार की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर को आज समूची दुनिया में लोग जानने लगे हैं। इसलिए गोरखपुर शहर के स्वच्छता अभियान के साथ में पशु कल्याण पर चलाए जा रहे हैं सभी केंद्रीय कार्यक्रमों से गोरखपुर शहर को जोड़ा जाना चाहिए। लेकिन इससे पहले शहर के सभी युवा पशु प्रेमियों को सरकार के बिना किसी सहयोग की प्रतीक्षा किए बगैर आगे आने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वह अपने जीवन संघर्ष की यात्रा गोरखपुर शहर से किए थे और पिछले तकरीबन तीन दशक तक केंद्र सरकार के अधीन कार्यरत भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के विभिन्न पदों पर कार्य किया। उनकी हार्दिक इच्छा है कि गोरखपुर शहर में हर हालत में पशु कल्याण का बेहतरीन कार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने सभी को आश्वासन देते हुए कहा कि इस दिशा में हर प्रकार के सहयोग के लिए तैयार है। इस समय गोरखपुर के सभी पशु प्रेमियों को पहले अपनी एक छोटी सी क्लीनिक की व्यवस्था कर पशुओं के एक्सीडेंटल केस अटेंड करना चाहिए। इसका फायदा यह होगा कि शहर के अन्य पशु प्रेमी और आम आदमी इस अभियान से जुड़ते चले जाएंगे।

डॉक्टर आर बी चौधरी ने अपने प्रस्तुति के अंत में बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार को राज्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड को क्रियाशील बनाने का कार्य आरंभ कर देना चाहिए ताकि जीव जंतु क्रूरता निवारण ( स्थापना) अधिनियम,2001 के नियमानुसार जिला स्तरीय जीव जंतु का निवारण समितियां फील्ड में काम कर सके और पशुओं पर होने वाले अपराध को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि देश में उत्तराखंड एवं झारखंड के राज्यस्तरीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। आगे अभी बताया कि तेलंगाना तथा आंध्र प्रदेश में राज्य सरकार ने जिला जीव जंतु कल्याण समितियों को 5 एकड़ जमीन आवंटित कर चुकी है। इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार को इस विषय पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। डॉ. चौधरी आश्वासन दिया कि कोविड-19 के दौरान गोरखपुर शहर के तमाम समर्पित संस्थाओं के सभी पशु प्रेमी एवं कार्यकर्ता अगर चाहे तो वेबीनार के माध्यम से एक साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है जिसके लिए वह तैयार है क्योंकि प्रशिक्षण के बाद सभी पशु प्रेमियों को पशु कल्याण के दिशा में काम करने के लिए काफी सहूलियत मिलेगी।

द्वितीय सत्र में पशुपालन विभाग उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी , डॉक्टर बी के सिंह ने बताया कि सभी पशु प्रेमी-सदस्यों को अपनी एकजुटता के साथ काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने पशु कल्याण के विषय में सरकार द्वारा किए जा रहे कई उल्लेखनीय कार्यों की चर्चा की और गोरखपुर के पशु प्रेमियों को हर पल सहयोग करने का आश्वासन दिया। आज के सेमिनार में जो विचार बिंदु मुखरित हुए उसके आधार पर एक आम सहमति बनी कि आज के आयोजन समिति के बैनर तले एक टीम का गठन किया जाएगा जिसके माध्यम से पशु कल्याण के महत्वपूर्ण कार्यक्रम जैसे एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम, शरण स्थल निर्माण, एक मिनी हॉस्पिटल और मानव संसाधन विकास के लिए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित कर शहर को साफ सुथरा रखने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा ताकि समय-समय पर सरकार द्वारा चलाई जा रही पशु कल्याण योजनाओं का लाभ शहरवासियों को सीधे पहुंचाया जा सके।

कार्यक्रम में अंत में अल्पाइन फाउंडेशन के प्रमुख अमृता राव तथा तक्षशिला के प्रमुख दीप राज ने आज की परिचर्चा के सुझावों का समर्थन किया तथा अमरनाथ जायसवाल ने आयोजन ‌समिति एवं अन्य सहयोगी संस्थाओं जैसे- मित्रम परिवार, एल्पाइन फाउंडेशन ,सी.आर.सी.-गोरखपुर, सेवा फाउंडेशन , रेकस फाउंडेशन, सुयश वैलफेयर फाउंडेशन, समाधान वैलफेयर फाउंडेशन, क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो, इनलाइटमेंट फाउंडेशन एवं कलाम फाउंडेशन के प्रतिनिधियों का आभार प्रकट किया। कहा कि इन लोगों के सहयोग के बिना यह सेवा अभियान नहीं चलाया जा सकता है। कार्यक्रम में कई वरिष्ठ एनवायरमेंटल एक्टिविस्ट जैसे- रश्मी मिश्रा, रमेश मिश्रा, अमरजीत कुमार, सतेन्द्र चौधरी, आरव राजपूत, कविता रावत, अनंत राजपूत, रामकृष्ण शरण मणि त्रिपाठी, मिनाक्षी, राजेश कुमार यादव, मनोज त्रिपाठी, प्रामोद उपाध्याय, अवनीश चौधरी, समीर, सुनीता बर्नवाल, शिफाली घोष, मिनाक्षी भौसार आदि भी जुड़े और सभी ने सामूहिक रूप से शपथ लिया कि अगर कहीं भी किसी जानवर को मदद की जरुरत  होगी तो तत्काल उस की प्राण रक्षा की जाएगी। आयोजन समिति ने आज घोषणा कि पशुओं की आपातकालीन रेस्क्यू सेवा के लिए मोबाइल संख्या 9415358284 तथा 9696305054 जारी किया जा रहा है ताकि पीड़ित पशु को तत्काल बचाया जा सके।