ओडिशा में जीव जंतुओं की सहायता के लिए आगे आएं : डॉ नीलम बाला

नई दिल्ली: 4 मई, 2019

भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड (एडब्ल्यूबीआई) ने पशु प्रेमियों, पशु कल्याण कार्यकर्ताओं, जीव जंतु कल्याण संगठनों और परोपकारी तथा अन्य मानवतावादियों से अनुरोध किया है कि वे जानवरों और पक्षियों के जीवन को बचाने के लिए आगे आएं ताकि भयानक चक्रवात "फैनी" के जानलेवा प्रभाव रक्षा किया जा सके क्योंकि इस चक्रवात का प्रभाव अभी कल तक रहेगा जिसकी भरपाई महीनों तक करना मुश्किल होगा. एडब्ल्यूबीआई की की सचिव डॉ. नीलम बाला ने सभी मान्यता प्राप्त पशु कल्याण संगठनों (एडब्ल्यूओ), मानद जिला और राज्य पशु कल्याण अधिकारियों (एचडी/एसएडब्ल्यूएज), बोर्ड के सदस्यों और राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण (एनडीएमए)को पत्र लिखा है और अनुरोध किया है कि सभी लोग एकजुट होकर प्रभावित पशु-पक्षियों के जीवन को बचाने के लिए व्यवस्था समन्वयन और सहयोग करें. उन्होंने भारत में में काम करने वाले सभी अन्य राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय पशु कल्याण संस्थाओं तथा एजेंसियों से भी इस मिशन की सफलता के लिए एकजुट होने की अपील की है.

डॉ. नीलम बाला ने भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड से जुड़े सभी संस्थाओं एवं पशु कल्याण कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि इस विनाशकारी चक्रवात "फैनी" से भूमि, सड़क , परिवहन सुविधाओं से लेकर बिजली आदि के प्रबंधन पर बहुत भारी नुकसान होने की संभावना है.इसलिए आंध्र प्रदेश के समुद्र के तटवर्ती शहरों से लेकर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के सभी समुद्रतर से करीब के इलाके प्रभावित होंगे. इस मामले में बोर्ड ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के व्यवस्था के बावजूद भी इस गंभीर स्थिति से जानवरों के जीवन रक्षा हेतु आवश्यक दवाइयां, भोजन, आश्रय और पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य को लेकर अपने सभी सहयोगी संस्थाओं एवं पशु प्रेमियों के माध्यम से पीड़ित पशु पक्षियों की मदद के लिए गुहार लगाई है. बोर्ड ने अपने वॉलिंटियर्स और संस्थाओं के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया है कि बेहतर राहत प्रबंधन करने के लिए बिना समय गवाए राहत कार्य आरंभ कर दें.

बोर्ड की तरफ से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में डॉक्टर नीलम बाला ने यह है कहा कि मानद राज्य पशु कल्याण अधिकारी / मानद राज्य कानूनी पशु कल्याण अधिकारी और मानद जिला पशु कल्याण अधिकारी की सूची वेबसाइट: www.awbi.in और : http: / / /www.awbi.in/ के लिंक में उपलब्ध है. डॉक्टर बाला ने यह  सूचित किया है कि बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त सभी जीव जंतु कल्याण संगठन प्राकृतिक आपदा के लिए यदि जानवरों के प्राण रक्षा का काम करते हैं तो वह सभी संस्थाएं प्राकृतिक आपदा पर उपलब्ध अनुदान योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं और इसका आवेदन पत्र बोर्ड की साइट : www.awbi.in और  http: : //www.awbi.in/awbi-pdf/ पर उपलब्ध हैं. इसलिए, सभी मान्यता प्राप्त जीव जंतु कल्याण संस्थाएं जो लोग इस कार्यक्रम में शामिल होना चाहते हैं अपनी स्वीकृति तुरंत प्रेषित करने का कष्ट करें और तदनुसार, उनके बचाव कार्य  पर किए गए वास्तविक खर्च का भुगतान नियमानुसार किया जाएगा।

बोर्ड सचिव  ने अंतर्राष्ट्रीय पशु कल्याण संगठनों से अनुरोध करते हुए कहा है कि ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के प्रभावित क्षेत्रों में जारी राहत कार्य में भाग ले और संस्थाओं के साथ  मिलकर पशुओं के बचाव के कार्य में मदद करें। सचिव ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से भी कार्यक्रम के  समन्वयवन  एवं सहयोग का अनुरोध किया है. इस कार्य में भारत में काम कर रहे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पशु कल्याण संस्थाओं से भी पशुओं को बचाने का अनुरोध किया है.

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