बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय में डॉग शो का आयोजन 

Pashu Sandesh, 6 March 2021

मैं खुद भी एक डॉग लवर हूँ, मुझे कुत्ते पलने का पैशन है, ये मेरे लिए स्ट्रेस बस्टर का काम करते है. कुत्ता अब पार्ट ऑफ़ फैमिली है, हिन्दू रीति-रिवाज़ में कुत्ते को भैरव की संज्ञा दी गयी है, उनको बहुत सम्मान दिया गया है।  आदिकाल से कुत्तों का महत्व रहा है उक्त बातें बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कही, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में आयोजित डॉग शो में वे बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा की डॉग लवर्स के लिए पशुचिकित्सा महाविद्यालय ने एक बेहतर प्लेटफार्म दिया है, डॉग्स अब पार्ट ऑफ़ लाइफ बन गया है। इस अवसर पर उन्होंने बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के पशुचिकित्सालय में डॉग्स और अन्य पेट्स के लिए बने ग्रूमिंग सेंटर का उद्घाटन किया जहा डॉग्स के हेयर कट, मेनिक्योर, पेडीक्योर, और ग्रूमिंग से सम्बंधित सभी सोलूशन्स मिलेंगे। उन्होंने कहा की जल्द ही बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के नए भवन का कार्य शुरू हो जायेगा, जिसके लिए सारे प्रक्रियाएं पुरे कर लिए गए हैं और आने वाले कुछ दिनों में इसका शिलान्यास किया जायेगा, 900 करोड़ के लागत से बन रहे इस नए  विश्वविद्यालय में स्टेट ऑफ़ आर्ट फैसिलिटी के साथ सभी मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर होंगे जो इसे पुरे हिन्दुस्तान में अनूठा और उत्कृष्ट बनायेगा। 

इस अवसर पर बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने विश्वविद्यालय में चल रहे योजनाओं का जिक्र किया और विकास के बारे में बताया, उन्होंने कहा की पोलट्री सीड प्रोजेक्ट के तहत विश्वविद्यालय बहुत बेहतरीन काम कर रही है, इस प्रोजेक्ट के तहत हम बैकयार्ड पोल्ट्री को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जोड़ रहे है और इसके रिव्यु में विश्वविद्यालय पिछले तीन सालों से पुरे भारतवर्ष में प्रथम पायदान पर चल रहे है। कार्यक्रम के शुरुआत में बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. जे.के प्रसाद ने लोगों का स्वागत किया और कहा की हमारे जीवन में डॉग्स बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है, हाल के दिनों में एक आर्टिकल में प्रकाशित हुई थी की डॉग्स अब मनुष्य के शरीर में कैंसर के डायग्नोसिस का काम भी कर रहे हैं, उन्होंने बताया की डॉग अपने सूंघने की क्षमता से ये पता लगा पाते हैं कि शरीर के किस भाग में कैंसर है और कहाँ इलाज की जरूरत है। 

डॉग शो में एन.डी.आर.एफ के स्वान दस्ता के स्वानों के द्वारा अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया गया, साथ ही स्वान दस्ता द्वारा आपदा के दौरान स्वान दस्तो के कार्य करने के तरीकों का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर जज के तौर पर गड्वासु लुधियाना के एक्सपर्ट डॉ. धीरज कुमार गुप्ता, शेर-ए-कश्मीर पशुचिकित्सा विश्वविद्यालय, कश्मीर से डॉ० नूरे आलम तूफानी मौजूद रहे।