समस्त महाजन का सर्वेक्षण रिपोर्ट  प्रकाशित- जानिए राजस्थान में स्वाबलंबन के लिए प्रयत्नशील गौशालाओं के क्रियाकलाप

पशु संदेश, 11 जुलाई 2020

डॉ आर बी चौधरी 

समस्त महाजन देश की एक अग्रणीय  जीव दया एवं पशु कल्याण की ऐसी संस्था है जिसके दिनचर्या की शुरुआत  जीव रक्षा और पर्यावरण संरक्षण से होती हैऔर समापन भी।  वर्तमान में संस्था की सेवाएं  गहन  रूप से गुजरात , राजस्थान  एवं महाराष्ट्र में  जारी है  लेकिन संस्था की भावी रणनीति  के अनुसार  अपनी सेवाएं अन्य  दूसरे  राज्यों में ले जाने के लिए प्रयासरत है।  संस्था द्वारा संचालित राजस्थान के  अनेक सफल गौशाला स्वावलंबन परियोजनाओं  की एक संकलन प्रकाशित की गई है जिसे देखकर  कोई भी प्रभावित हो सकता है।  संस्था के प्रमुख है  संचालक गिरीश जयंतीलाल शाह  ने बताया कि राजस्थान की भीषण  गर्मी और  अकाल से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले गोवंश पशुओं  की रक्षा के लिए  अभी से तैयारी की जा रही है।

गिरीश जयंतीलाल शाह  समस्त महाजन के  फाउंडर मेंबर तथा  वर्तमान में मैनेजिंग ट्रस्टी है।  अपने  बिजनेस तथा भारत सरकार द्वारा सौंपी  भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड की जिम्मेदारी के निभाने के अलावा अपने जीवन के  हर पल संस्था समस्त महाजन को समर्पित कर दिया है।  इस समर्पण का एक  प्रतिबिंब अगर इस राजस्थान के कार्यों पर प्रकाशित संकलन में देखा जाए तो वह अस्पष्ट नजर आएगा। आज समूचा देश  सड़क पर घूमते  और भोज- पानी से तड़पते गो वंशीय  पशुओं की दुर्दशा से अवगत है।  लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं  कि इस समस्या से  निजात पाने के लिए  कुछ अनसुने- अनकहे  सीधे-सादे लोग सिर्फ अपने काम से ताल्लुक रखते हैं। ऐसेनिस्वार्थ भाव से लगे कर्मयोगियों के  अद्भुत प्रयास को लोग न हीं जान पाते और न  ही  उनसे व्यक्तिगत तौर पर परिचित हो पाते लेकिन उनकी छवि उनके गौशाला में दिखाई देती है। इस बात की जानकारी  प्राप्त करने के लिए इस संकलन- "जालौर जिला गौशाला पंजरापोल सर्वेक्षण-2019" के माध्यम से जाना जा सकता हैजिसमें 910 गौशालाओं की पृष्ठभूमि 248 पृष्ठ में पूरे विवरण के साथ बताया गया है।

राजस्थान एक ऐसा राज्य है  जहां  प्रकृति के बिना छेड़-छाड़ का  पशु - पक्षियों एवं प्रकृति का अत्यंत आदर होता है।  मरुधर धरा पर  प्राकृतिक संसाधनों की तो कमी है  किंतु  कठिन जन- जीवन  की दिनचर्या  में जीवट है,मर्यादा और  धर्म विज्ञान के साथ-साथलोगों में सेवा भाव है जो निहायत अनुकरणीय है।  अगर यह संदेश पूरे देश में जाए तो छुट्टा पशुओं की समस्या अपने आप समाप्त हो जाएगी। गिरीश जयंतीलाल शाह का मानना है कि पशु कल्याण का कार्य बिना सेवा भाव कानहीं हो सकता। यही कारण है आज समस्त महाजन  राजस्थान गुजरात महाराष्ट्र में  ग्रामीण परंपराओं को पुनर जागृत कर  ग्राम में विकास के साथ गोवंश बचाने का सफल अभियान चला रहा है।  जिसमें हर साल  एक हजार से डेढ़ हजार   गौशाला प्रतिनिधि  शरीक होकर के  गौशाला स्वावलंबन की प्रशिक्षण लेते हैं। जल प्रबंधन से लेकर गौशाला स्वावलंबन तक की सभी कार्यक्रम देखने लायक। इस प्रकाशन को प्राप्त करने के लिए  समस्त महाजन के वेबसाइट पर  उपलब्ध है। समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी से संपर्क करने पर  इस अध्ययन रिपोर्ट की प्रति  प्राप्त किया जा सकता है।