गोरखपुर शहर में एनिमल वेलफेयर स्कीम लागू कराने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं का मुख्यमंत्री से अनुरोध

प्रो(डॉ)रहमत अली ने कहा शहर में लावारिस पशुओं के लिए एनिमल एंबुलेंस जरूरी है

Pashu Sandesh, 30 September 2021

डॉ. आर बी चौधरी एवं डॉ.अमरनाथ जायसवाल 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पशु प्रेम जगजाहिर है। यही कारण है कि पूरे प्रदेश में गौ संरक्षण से लेकर पशु कल्याण की बेहतरीन योजनाएं पहुंचाई जा रही हैं। हालांकि योजनाओं के क्रियान्वयन के विषय में बात करने पर लोग चुप हो जाते हैं। इसी मुद्दे को लेकर गोरखपुर शहर में पशु पक्षियों की सुविधाओं पर आज एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें आधुनिक या स्मार्ट शहर की ओर बढ़ते गोरखपुर शहर में लावारिस पशु पक्षियों के लिए सुविधाओं को लेकर शहर के कुछ सक्रिय संस्थाओं ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि गिनीज बुक में रिकॉर्ड रखने वाले उत्तर प्रदेश शासन को जीव जंतुओं के कल्याण के लिए भी महत्वाकांक्षी योजनाएं संचालित करने की आवश्यकता है। शहर की संस्थाओं की सरकार से अपील है कि यह शहर उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का होमटाउन है, ऊपर से वह पशु प्रेमी है, इसलिए विशेष व्यवस्था की आवश्यकता है।

29 Sep की  मीटिंग में गोरखपुर शहर की 3 संस्थाएं- लाइफ लाइन सेवा संस्थान, अल्पाइन फाउंडेशन और सेवा फाउंडेशन के प्रतिनिधी शामिल हुए और शहर को साफ सुंदर बनाने की दिशा में पशु-पक्षियों की व्यवस्था पर विचार विमर्श किया गया। इन प्रतिनिधियों ने सरकार से आग्रह किया है कि शहर में छुट्टा पशुओं से निजात पाने के लिए एक आधुनिक एनिमल शेल्टर की आवश्यकता है, जहां पर चिकित्सा की पूरी व्यवस्था हो। इस सेंटर पर कम से कम एक 24 घंटे सेवा देने वाली व्यवस्था का एंबुलेंस संचालित किया जाना चाहिए। शेल्टर पर पशु चिकित्सक तथा अन्य पैरावेटरिनेरियन,औषधियां, आकस्मिक सुविधाएं इत्यादि उपलब्ध हो। भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के प्रांतीय प्रतिनिधि डॉ. अमरनाथ जायसवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार को राज्य स्तरीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड को सक्रिय करना चाहिए ताकि जिला स्तरीय जीव जंतु क्रूरता निवारण समितियां कार्य करें और लावारिस पशुओं की सेवा की जा सके।

शहर के जाने-माने ऑर्थोपेडिक एवं स्पाइन सर्जन, प्रोफेसर(डॉ) रहमत अली ने बताया कि वह एक मानव स्वास्थ्य सेवा के समर्पित स्वास्थ्य कर्मी है लेकिन उनकी हार्दिक इच्छा है कि वह एक पशु अस्पताल स्थापित करें, जहां घायल अपाहिज बीमार और अपंग पशुओं की देखभाल की जा सके। तमाम विषम परिस्थितियों में पशुओं के प्राण रक्षा के लिए सर्जरी करने वाले प्रोफेसर रहमत अली भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के मानव अधिकारी भी रह चुके हैं। प्रो. अली ने कहा शहर में लावारिस पशुओं के लिए एनिमल एंबुलेंस जरूरी है। उनका मानना है कि उत्तर प्रदेश का गोरखपुर शहर यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का होम टाउन होने के नाते अत्यंत महत्वपूर्ण शहर है जहां पशु प्रेमी मुख्यमंत्री के विशेष आदेश से शहर के लावारिस पशुओं की बेहतरीन देखभाल की जा सकती है और उसी प्रकार की इंफ्रास्ट्रक्चर भी मुहैया कराई जा सकती है। शहर की सबसे युवा पशु प्रेमी एवं भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड की कॉलोनी एनिमल केयर अधिकारी, अमृता राव ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में समस्याओं और चुनौतियों की अंबार है। इसलिए माननीय मुख्यमंत्री को कम से कम एनिमल वेलफेयर की उन सभी जरूरतों को पूरा करने की जरूरत है जिससे बेसहारा और प्राण रक्षा की आस में लगाए पशुओं की देखभाल की जा सके ।

गोरखपुर शहर की सक्रिय संस्थाओं के प्रतिनिधि मंडल की इस बैठक में कई लोग शामिल हुए जिसमें भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के पूर्व प्रधान संपादक/सहायक सचिव, डॉ आर बी चौधरी जो वर्तमान में पशु मित्र नामक पत्रिका का संपादन कर रहे हैं, भी उपस्थित थे। साथ ही आनंदनगर से पधारे पशु प्रेमी मीना और दुर्गेश भी उपस्थित थे। आज की मीटिंग में सभी ने उत्तर प्रदेश सरकार से सामान्य से अनुरोध किया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने होम टाउन गोरखपुर में एनिमल वेलफेयर के लिए जल्दी से जल्दी महत्वाकांक्षी योजनाएं संचालित कराएं।