रूरल बिज़नेस हब फाउंडेशन इंडिया टीम ने की योगी आदित्यनाथ से भेंट

गो आधारित ग्राम्य विकास  एवं  ग्रामीण रोजगार  के प्रयास को सुनकर  मुख्यमंत्री प्रभावित हुए: इंजीनियर गौरव  कुमार गुप्ता

Pashu Sandesh, 17 July 2021 

डॉक्टर आर बी चौधरी

रूरल बिज़नेस हब फाउंडेशन -इंडिया(आरबीएचएफआई )  के राष्ट्रीय संयोजक गौरव  कुमार गुप्ता पेशे  से उत्तर प्रदेश के  जनपद लखीमपुर खीरी  के युवा  इंजीनियर एवं पत्रकार है। अपनी  इंजीनियरिंग की  बड़ी नौकरी छोड़कर  ग्रामीण अर्थव्यवस्था  को  जीवंत बनाने के लिए एक नया प्रयोग कर रहे हैं , वह प्रयोग है - गांवों  में  मौजूदा संसाधनों से  गांव का विकास  करना और ग्रामीण युवा को रोजगार देना ताकि गांव की आमदनी बढ़ सके।  इसके लिए  गौरव ने देश-विदेश  के  जाने-माने एवं अत्यंत लोकप्रिय ग्राम्य विशेषज्ञ  एवं रिटायर्ड आईएएस आफ़ीसर्स  आदि को  एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए  प्रेरणा देने वाले  भारत सरकार के  पूर्व सचिव  एवं आईएएस  ऑफिसर, डॉक्टर कमल टावरी  ने इस अभियान में प्राण फूंका।

गौरव ने  डॉ टावरी के मार्गदर्शन में दर्जनों   बुद्धिजीवियों, विशेषज्ञों, किसानों तथा वैज्ञानिकों को लेकर रूरल बिजनेस हब फाउंडेशन इंडिया के बैनर तले  किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए  एक नई आशा दी है- एक भरोसा दिया है।  इस सिलसिले में  पूरे देश में  तकरीबन 15 हजार से अधिक किसानों के लिए  नेटवर्क को जोड़ने वाले गौरव गुप्ता  और उनके  मार्गदर्शक  टीम  उत्तर  हाल में  उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से  मिले  और उन्हें  प्रदेश में बेहतर काम की रणनीति बताई।  इस  अभियान की बात सुनकर मुख्यमंत्री  अत्यंत प्रभावित हुए। उन्होंने इसे  और शिद्दत से आगे बढ़ाने की बात कही ।

इस सिलसिले में गौरव कुमार  गुप्ता ने बताया कि रूरल बिज़नेस हब फाउंडेशन इंडिया के प्रतिनिधि मंडल ने गाय और गांव के संसाधन आधारित अर्थव्यवस्था सृजन में समस्याओं और उनके विकल्प हेतु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की गई  और इस संबंध में उसे  गंभीर वार्ता हुई। योगी आदित्यनाथ  इस मीटिंग से काफी प्रभावित थे  और उन्होंने  इस अभियान की प्रशंसा की । आरबीएचएफआई   के प्रणेता डॉ.  कमल टावरी ने गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जैविक खेती को प्रोत्साहन देने और गांव के संसाधनों के सदुपयोग हेतु समाधान और विकल्प दिये। डॉ.  टावरी ने बताया कि देश में तमाम सफल और अच्छे मॉडल है उनकी पुनरावृत्ति से गांव को अर्थव्यवस्था का केंद्र बनाने पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देववृत्त जी के जीरो बजट प्राकृतिक खेती के मॉडल की प्रशंसा की और उसकी पुनरावृत्ति पर जोर दिया। आरबीएच के मार्गदर्शक और राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी गौसेवा संघ के संरक्षक सलाहकार डॉ.  बृजेश शुक्ला और डॉ.  बृज गोपाल सिंह ने गौरक्षा और संवर्धन पर सुझाव दिये। डॉ.  बृजेश शुक्ला ने डॉ कमल टावरी द्वारा लिखित पंचायत राज से आपदा प्रबंधन पुस्तक मुख्यमंत्री को भेंट की। गौरव कुमार गुप्ता  ने बताया कि इस मीटिंग में आरबीएचएफआई  कोर ग्रुप के  कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी उपस्थित थे  जिन्होंने अपने अपने विचार  और  फाउंडेशन के विचारधारा को  रखा।  इस अवसर पर मुख्यमंत्री को  अब तक की सफलताओं से भी अवगत कराया गया ।

संजीव सिंह सेंगर ने राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी गौसेवा संघ द्वारा किये जा रहे प्रयासों को मुख्यमंत्री को अवगत कराया।रूरल बिज़नेस हब फाउंडेशन इंडिया के उद्देश्यों और ग्रामीण उद्यमिता सृजन हेतु किये जा रहे कार्यों व प्रयासों को संयोजक इं.  गौरव कुमार गुप्ता द्वारा अवगत कराया गया, जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएसपी शैलेन्द्र कुमार सिंह के मॉडल की प्रशंसा की और उसकी पुनरावृत्ति करने का सुझाव दिया।  मीटिंग में भावी रणनीति  और  कार योजना की भी जानकारी दी गई।  मुख्यमंत्री  इस प्रयास की  बातों के बड़े गौर से सुना  और सभी को  इस कार्य  के लिए उत्साहित किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया प्रदेश सरकार की गौशालाओं में सवा छः लाख से अधिक गौवंश का संरक्षण और संवर्धन हो रहा हैं, सरकार अपने स्तर से लगातार काम कर रही हैं लेकिन गौसेवकों ने निराश किया हैं। सरकार 3 योजनाओं के माध्यम से गौ सेवकों और किसानों को 30 रुपये प्रतिदिन प्रति गाय से लाभान्वित करने का कार्य कर रही हैं। जन भागीदारी लगभग नगण्य होने के कारण गाय की महत्ता का लाभ किसान और किसानी को नही मिल पा रहा हैं, इस दिशा में सार्थक प्रयास किये जाने चाहिए।