कर्नाटक सरकार गोचर विकास बोर्ड स्थापित करें:गिरीश जयंतीलाल शाह
Pashu Sandesh, 1 sep 2021
डॉक्टर आरबी चौधरी
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता स्वयंसेवी संस्था समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी गिरी जयंतीलाल शाह आज-कल विभिन्न राज्यों का दौरा कर रहे हैं और उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों, संबंधित विभागीय मंत्री तथा वरिष्ठ अधिकारियों से मिल रहे हैं। इसी क्रम में कर्नाटक के राज्यपाल महामहिम थावरचंदजी गहलोत जी से मुलाकात किए और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा किया। शाहजी के साथ उनके वरिष्ठ सहयोगी का एक प्रतिनिधिमंडल भी था जो कर्नाटक के विभिन्न गौ संरक्षण स्थिति -परिस्थिति की चर्चा की । जिसमें प्रदेश में गोसंरक्षण एवं संवर्धन की संभावनाओं का व्यावहारिक रूप तलाशना और अमल करना मुख्य विचार बिंदु रहा । शाह जी ने बताया कि इस विषय पर उन्होंने तीन प्रमुख मुद्दों का जिक्र किया जिसमें एनिमल एंबुलेंस, गोचर भूमि विकास एवं कर्नाटक पशु वध निषेध अधिनियम 2020 के बेहतर क्रियान्वयन की बात शामिल थी।
शाहजी कर्नाटकराज्य में गौ संवर्धन संरक्षण का जिक्र करते हुए कहा कि महामहिम कर्नाटक के राज्यपाल श्रीमान गहलोत जी से तीन मुद्दे पर चर्चा हुई जिसमें पहला मुद्दा था-ऐनिमल ऐम्ब्युलन्स 1962 - कर्नाटक में शुरू करनेके लिए विनती । दूसरी बात थी * गोमाला * या गौचर भूमि के विकास के लिए कर्नाटक के 27028 गाँव और 281 शहर में व्यापक आयोजन ताकि इसके विकास से कर्नाटक के दुग्ध उत्पादन भी बढ़ सके , पशु को पर्याप्त चारा मिलना आरंभ हो जाए, इतना ही नहीं बल्कि गोबर का बेहतर संचय एवं उत्पादन बढ़ने से राज्य में प्राकृतिक खेती बढ़ेगी,इससे लोगों का स्वास्थ्य सुधरेगा , राज्य की धरोहर गोपशुओं की क़त्ल बंद हो जाएगी। अपने भारता क्रम में उन्होंने तीसरी बात का अनुरोध करते हुए कहा कि कर्नाटक गोवंश हत्या प्रतिबंध और पशु सुरक्षा क़ानून 2020 का अच्छा अमलीकरण हो। महामहिम कर्नाटक के राज्यपाल से जो बातें हुई वह अत्यंत उत्साहवर्धक रही है। उन्होंने सिर्फ आशा ही नहीं बल्कि बड़ी प्रसन्नता व्यक्त की कि अगर कर्नाटक में उपरोक्त कार्यक्रम संचालित हो जाएंगे तो एक आमूलचूल परिवर्तन आएगा और गोवंश के ऊपर होने वाले अत्याचार तथा उनका अवैधानिक वध रोका जा सकेगा।
यह बता दें कि गिरीश जयंतीलाल शाह भारत सरकार के अधीन कार्यरत भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के सम्मानीय सदस्य ही नहीं बल्कि देश की कई प्रतिष्ठित संस्थाओं के संरक्षक तथा विशेष प्रतिनिधि के रूप में उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं। शाह जी की रोजमर्रा की जिंदगी जीव दया, मानवीय सेवा, पशु कल्याण एवं गौ संवर्धन के लिए 24 घंटे समर्पित है। इसी समर्पण का नतीजा है कि वह प्रतिदिन किसी न किसी राज्य में पहुंच कर वहां के प्रमुख व्यक्तियों से मिलकर जीव दया की बात करते हैं और उसे प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए प्रयत्नशील हो जाते हैं। शाहजी का यह अभियान राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और अब उत्तर प्रदेश में भी पहुंच गया है । शाह जी ने बात ही बात में बताया कि गौ संरक्षण का कार्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन के अनुसार अयोध्या में स्थापित गौशाला का इस समय संचालन किया जा रहा है और धीरे-धीरे वहां की व्यवस्था मैं भारी सुधार हो रहा है। वैसे उत्तर प्रदेश में गोवध नियंत्रण अधिनियम को बड़े ही सख्ती से लागू करने का प्रावधान है।