फलोदी वासियों ने गौशाला की वर्षगांठ मनाई

गौ संरक्षण के लिए 10 लाख का दान जुटाया

पशु संदेश,11 अगस्त, 2019

रिपोर्ट:डॉ आर बी चौधरी

राजस्थान का फलोदी कस्बा काफी चर्चित है और तमाम लोग विभिन्न शहरों में सम्मानजनक व्यवसाय के साथ जुड़े हुए हैं। चेन्नई शहर के उत्तर भारतीयों में तकरीबन 500 परिवार फलोदी से है जो चेन्नई में रहते हुए भी अपने शहर की मर्यादा का ध्यान रखते हैं। आज फलोदी के निवासियों द्वारा कालूराम रतनलाल मालू भवन मैं फलौदी की श्री ओसवाल गौसेवा सदन पंजरापोल के शताब्दी समारोह के अवसर पर एक बैठक आयोजित किया गया जिसमें गौ संरक्षण एवं संवर्धन की चर्चा की गई। श्री ओसवाल गौसेवा सदन के अध्यक्ष रविंद्र जैन ने बताया कि फलौदी वासियों ने श्री ओसवाल गौशाला को तकरीबन 10 लाख रुपए का चंदा एकत्र किया गया ताकि गौशाला में पाले जा रहे निराश्रित गोवंशो की सेवा-श्रूषा का कार्य बिना किसी अड़चन के चलता रहे।

इस बैठक में कई समस्याओं एवं समाधान की चर्चा की गई जिसमें भरण पोषण के अलावा गौशाला संचालन के लिए स्थाई व्यवस्था के लिए चारागाह विकसित करने देसी वृक्ष लगाने और तालाब की खुदाई तथा सफाई कर बरसात के पानी को एकत्र करने की बात रखी गई। धनराज कोचर ट्रस्ट ने एक लाख रुपए का अनुदान गोचर विकास के लिए दिया तथा 60 नए सदस्य बनाए गए जिन्होंने 12 सो रुपए प्रतिमाह गौशाला को दान देने की संकल्प ली। सभा में उपस्थित 51 सदस्यों ने 9।6 लाख का दान एकत्र किया ताकि गौशाला गोवंश के लिए तत्काल चारा और पानी का प्रबंध कर सकें। इस अवसर पर गुजरात से आए समस्त महाजन के ट्रस्टी देवेंद्र जैन वे सभी से गौशाला में दान देने के लिए अनुरोध किया साथ ही साथ गौशाला के स्वावलंबन के लिए वृक्षारोपण, जल प्रबंधन एवं चारागाह के विकास की अपील की ताकि गौशाला स्वाबलंबन की ओर बढ़ सकें। साथ ही साथ गौशाला प्रबंधन में होने वाले खर्च को कम करने में सहायता मिले। देवेंद्र जैन ने बताया कि समस्त महाजन की गौशाला प्रबंधन प्रशिक्षण शिविर सितंबर माह में आयोजित की जाएगी और इच्छुक व्यक्ति बेहिचक संपर्क कर सकते हैं।

इस अवसर पर गौशाला प्रबंधन समिति के हेमचंद वैद, विजयलाल वैद, डॉक्टर पारसमल वेद,के पारसमल वैद, देवेंद्र जैन, हरक चंद गुलेचा, महेंद्र कोठारी, महेश चंद वैद, रणजीत गोलेछा, रविंद्र कुमार जैन,धनराज कोचर आदि ने अपने विचार रखे और सभी ने गौ सेवा को अपनी नैतिक जिम्मेदारी बताई। हितेश जैन ने मनमोहक संचालन से सबका मन जीत लिया।

डॉ आर बी चौधरी
(विज्ञान लेखक एवं पत्रकार, पूर्व मीडिया हेड एवं प्रधान संपादक- एडब्ल्यूबीआई, भारत सरकार)