ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका का बेहतर साधन: बैकयार्ड पोल्ट्री फार्मिंग

Pashu Sandesh, 7 October 2021

डॉ. राजेश कुमार वांद्रे, डॉ. सत्येन्द्र सिंग तोमर, डॉ. अमित कुमार झा, डॉ. नितिन मोहन गुप्ता, डॉ. जितेन्द्र सिंग राजोरिया, डॉ. माधुरी धुर्वे, डॉ. दीपिका डायना सीजर, डॉ. कविता रावत, डॉ. नवल रावत, डॉ. सोमेश कुमार मेश्राम और डॉ. नीलम तान्डिया,पशु चिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन महाविद्यालय, रीवा

बैकयार्ड पोल्ट्री फार्मिंग, मुर्गी पालन का बहुत ही पुराना तरीका है। इसमें मुर्गियों को आंगन या घर के पिछवाड़े में पड़ी खाली जगह जिसका उपयोग नहीं हो रहा है उसमें आसानी से पाला जा सकता है । यदि इसमें वैज्ञानिक तरीके से देसी मुर्गियों का चयन किया जाये तो किसान अपनी आय को आसानी से बढ़ा सकते हैं। आहार के रूप में इन मुर्गियो को हरे चारे, फल, सब्जियों के छिलके, अनाज, खरपतवार के बीज दाने और कीड़े मकोड़े आदि को दिया जा सकता है, पर यदि हम अधिक उत्पादन चाहते है तो इन मुर्गियों को कुछ अतिरिक्त आहार की भी आवश्यकता होती है इसलिए उनको मक्का, बाजरा, चावल, खली, कैल्शियम आदि भी दिया जाना चाहिए।

बैकयार्ड मुर्गी पालन की शुरुआत कैसे करें

इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए 10 से 30 संख्या में  देसी मुर्गियों को शुरुवात में रख सकते है। लगभग 40 से 80 रुपये 1 दिन के चूजों की कीमत तक हो सकती है। अंडे सेने का गुण देसी मुर्गियों में होता है इस गुण का लाभ यह होता है कि बार बार चूजे खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ती है । साल भर में देसी मुर्गी 150 से 180 अंडे तक दे सकती हैं। इनका बाज़ार में मूल्य भी अच्छा मिलता है। देसी मुर्गी के अंडे की मांग भी बहुत ज्यादा है । वर्तमान समय में देसी अंडा को जैविक अंडा के रूप मे इस्तेमाल किया जा रहा है, जो की साधारण अंडे के मुकाबले ज्यादा कीमत देता है और इसे आसानी से बेचा भी जा सकता है।

बैकयार्ड मुर्गीपालन के लिये अपने नजदीकी पशुचिकित्सा संस्था से संपर्क कर, अपने सभी दस्तावेज प्रमाणित कर, पशु चिकित्सक से प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्राप्त कर अपने बैंक में लोन हेतु संपर्क किया जा सकता है।

लोन लेने के लिए कागजात

  • मुर्गी पालन के लिए लोन लेने के लिए पहचान प्रमाण पत्र जैसे ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड या पासपोर्ट की जरूरत होती है ।
  • पासपोर्ट आकार की दो फोटो ।
  • पते के प्रूफ में राशन कार्डए बिजली बिल, टेलीफोन बिल, पानी बिल या फिर लीज एग्रीमेंट की जरूरत होती है ।
  • बैंक अकाउंट स्टेटमेंट की फोटो कॉपी ।
  • मुर्गी पालन की प्रोजेक्ट रिपोर्ट।

कौन सी नस्लें पालन के लिए उपयुक्त है

             कड़कनाथ, असील, ग्रामप्रिया आदि जैसी देसी नस्लों का उपयोग पालन में किया जा सकता है।

बैकयार्ड मुर्गी पालन के लाभ

1 जिन किसानों के पास बजट कम होता है, वे आसानी से कम लागत में बैकयार्ड पोल्ट्री को अतिरिक्त आय का स्त्रोत बना सकते हैं।

2 बैकयार्ड मुर्गी पालन में रसोई से निकले हुए अवशिष्ट पदार्थ का उपयोग मुर्गियों के चारे के लिए किया जा सकता है।

3 देशी अंडे में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते है जिससे परिवार के सभी लोगो के पोषण स्तर में भी सुधार करता है।

4 आस.पास पड़े खाली स्थान जो घर के पास होता है का उपयोग आसानी से इसमें कर सकते है ।

5 देसी मुर्गा मुर्गी और अंडे की मांग भी अधिक होती है और इसका मूल्य भी अधिक होता है।

लोन लेने के लिए कागजात

  • मुर्गी पालन के लिए लोन लेने के लिए पहचान प्रमाण पत्र जैसे ड्राइविंग लाइसेंसए वोटर आईडी कार्डए पैन कार्ड या पासपोर्ट की जरूरत होती है ।
  • पासपोर्ट आकार की दो फोटो ।
  • पते के प्रूफ में राशन कार्डए बिजली बिलए टेलीफोन बिलए पानी बिल या फिर लीज एग्रीमेंट की जरूरत होती है ।
  • बैंक अकाउंट स्टेटमेंट की फोटो कॉपी ।
  • मुर्गी पालन की प्रोजेक्ट रिपोर्ट।

कुछ बातों का रखना होता है ध्यान- मौजूदा बाजार परिस्थितियों में पोल्ट्री उत्पाद जैविक मूल्य के साथ सबसे किफायती पशु प्रोटीन उत्पाद हैं। पोल्ट्री के कारण भारत में बेरोजगारी दर में भी तेजी से गिरावट आई है। यहां आप कम लागत पर अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं लेकिन कृपया याद रखें कि सब कुछ मेहनत और समर्पण पर निर्भर करता है। उचित टीकाकरण और रोगों के कीटाणुशोधन के साथ पौष्टिक आहार के बाद सही पोल्ट्री नस्लों की देखभाल करने से भारी लाभ प्राप्त किया जा सकता है।