कामधेनु विवि के सहायक प्राध्यापकों को मिली पीएचडी करने की अनुमति

पशु संदेश, रायपुर।
छत्तीसगढ़ के कामधेनु विश्वविद्यालय में कार्यरत सहायक प्राध्यापक इस सत्र से पीएचडी कर सकेंगे। विश्वविद्यालय ने सहायक प्राध्यापकों की माँग मान ली है और इसके आदेश जारी कर दिए हैं। पूर्व के नियमों में विश्वविद्यालय में कार्यरत प्राध्यापकों को पीएचडी करने की अनुमति नहीं थी | प्राध्यापकों द्वारा लगातार इस का विरोध किया जा रहा था ।
इस विषय को लेकर कामधेनु विवि के दस सहायक प्राध्यापकों ने राज्य शासन को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय के नियमों में बदलाव करने की मांग की थी। प्राध्यपकों कीमांग पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने नियमों में बदलाव कर दिया है। इस पर विश्वविद्यालय के कुलपति यूके मिश्रा ने कहा कि इस सत्र से सभी सहायक प्राध्यापकों को पीएचडी करने की अनुमति दे दी गई है। अब यहां पर कार्यरत स्टाफ के लोग काम के साथ पीएचडी कर सकेंगे। नये फैसले पर हर्ष व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापकों ने कहा कि, विश्वविद्यालय में पीएचडी करने के लिए सारे संसाधन उपलब्ध है, इस फैसले से प्राध्यापकों और विश्वविद्यालय दोनों को ही फायदा होगा।

पूर्व में यह थे नियम

पूर्व में नियमों के मुताबिक यहां कार्यरत सहायक प्राध्यापकों को पीएचडी करने के लिए स्टडी लीव लेकर किसी दूसरे विश्वविद्यालय जाना पड़ता था। एक बार में कार्यरत प्रोफेसरों में से दस फीसदी को ही स्टडी लीव की पात्रता थी, जिससे सहायक प्राध्यापक पीएचडी करने से वंचित हो रहे थे। यह नियम यूजीसी के नियमों के भी खिलाफ था।