कोरोना से लड़ने में जैन समाज से सहयोग का गिरीश जयंतीलाल शाह  का आवाहन

पशु संदेश, 03 अप्रैल 2020 ; मुंबई(महाराष्ट्र)

रिपोर्ट: डॉ.आर.बी.चौधरी

जैन समाज के लोग अधिकांशत  लोग विभिन्न प्रकार के व्यवसायों में जुड़े हुए हैं और साथ ही दया और करुणा के क्षेत्र  में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड,भारत सरकार के सदस्य एवं समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी गिरीश जयंतीलाल शाह ने जैन समाज से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस सेउत्पन्न संकट की परिस्तिथि में जैन समाज के दानवीर आगे आए और अपने देश की इस विपत्तिजनक स्थिति में अपने तन मन धन से किसी भी प्रकार की करोना महामारी के पीड़ितों की सहायता करें।

इस सिलसिले में  शाह ने बताया कि जैन समुदाय के मार्गदर्शको एवं आध्यात्मिक गुरुओ द्वारा  लगातार अनुरोध किया जा रहा है कि जैन समाज के सभी उद्योगपति ,श्रीसंघ एवं दानवीर अपना किसी न किसी रूप में मानवता दिखते हुए योगदान दे एवं देश की ,समाज की इस आकस्मिक चिंताजनक स्तिथि में सहायता करे। शाह यह भी बताया कि वर्तमान महामारी के इस विकट स्तिथि में जैन संघो , संस्थाओं और व्यक्तियों द्वारा जो भी प्राथमिक आवश्यकता और जीवन संसाधन के  किट्स की जरूरत है उसका वितरण शुरु कर दिया गया गया है और यह कार्य तब तक चलाया जाएगा जब तक इस विपदा पर नियंत्रण नहीं पा लिया जाता।

ऐसी हालात में कोरोनावायरस से पीड़ित लोगों के लिए भोजन -पानी, सैनिटाइजर,मास्क,साबुन आदि का प्रबंध करने का आग्रह किया है। साथ ही साथ काम करने वाले कर्मचारियों को ऐसी परिस्थिति में  सभी से तनख्वाह आदि की व्यवस्था नियमित जारी रखने का अनुरोध किया जा रहा है। शाह ने जैन समाज से आग्रह किया है कि  सभी शहरों और गांवो में जो परिवारों की संघो, संस्थाओं, फाऊंडेशन, समाज द्वारा जो साधर्मिक भक्ति की जाती थी उसे चालू रखा जाय और ऐसी कठिन परिस्थिति में इन परिवारों का विशेष ध्यान रखने की जिम्मेदारी भी अच्छी तरह से निभायी जानी चाहिए।

जीवदया एवं पशु कल्याण के क्षेत्र में शाह ने अनुरोध करते हुए बताया कि गौशालाओं एवं पांजरापोल जैसी सभी संस्थाओं का भी ऐसी परिस्थिति  में विशेष ध्यान रखना अत्यंत जरुरी है ताकि जीव जंतुओं की सभी आवश्यक जरूरतों को पूरा किया जा सके । उन्होंने कहा सभी मानवतावादी लोगों को अपनी जन्मभूमि या कर्मभूमि पर दान के लिए विशेष ध्यान रखना चाहिये। जीवदया कार्य  में किए गए सभी कार्यों से हमारी सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है जिससे समाजमें सुख- शांति आती है। इसलिए व्यक्तिगत से लेकर सरकार के प्रयास को सफल बनाने की परम आवश्यकता है।

शाह ने सभी मानवता वादियों से निवेदन किया कि दान दाताओं  द्वारा जो भी दान ईकट्ठा करें उसे विभाजित कर दान दें ताकि उसका उपयोग करके कोरोना वायरस से पीड़ितों की सहायता में ठीक ढंग से लगाया जा सके ।इस समय हमें अपना दान स्थान पर देने की बजाय उसे प्रधान मंत्री राहत फंड, मुख्य मंत्री राहत फंड एवं स्वयं सेवा कार्य में संलग्न संस्थाओं के माध्यम से दान देना चाहिए। हमें आज जीव दया ,गौ संरक्षण - संवर्धन के लिए गौशालाओं तथा पांजरापोलों अथवा अन्य जीव-जंतुओं के प्राण रक्षा के लिए दान देने की परम आवश्यकता है।

रिपोर्ट: डॉ.आर.बी.चौधरी

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(विज्ञान लेखक एवं पत्रकार, पूर्व मीडिया हेड एवं संपादक- एडब्ल्यूबीआई, भारत सरकार)