राजस्थान वेटरनरी यूनिवर्सिटी में होगी कामधेनू शोध पीठ की स्थापना


पशु संदेश,6 जून,जयपुर।

देश की पहली कामधेनू शोध पीठ की स्थापना बीकानेर स्थित राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरनरी एंड विश्वविद्यालय मुख्यालय पर की जाएगी। वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.ए.के.गहलोत ने बताया कि इसका प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भिजवाया था। पिछले दिनों जयपुर में हुई उच्चस्तरीय बैठक में शोध पीठ की स्थापना के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत इसे बनवाने पर सहमति बन गई है। प्रस्तावित शोध पीठ में स्वदेशी गौवंश से संबंधित तमाम प्रकार के अनुसंधान शोध तथा विकासात्मक गतिविधियों को समन्वित रूप में किया जा सकेगा। वेटरनरी विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व में ही राज्य की छह देशी गौवंश के संवद्र्धन और विकास के लिए अलग-अलग पशुधन अनुसंधान केन्द्रों पर कार्य किया जा रहा है, इससे शोध कार्यों को और गति मिलेगी। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में गौमाता कामधेनू को एक देवता के रूप में मान्यता मिली हुई है और यह ग्रामीण जनजीवन में आर्थिक समृद्धि का आधार है। विश्वविद्यालय में चल रहे गौ संवर्धन और संरक्षण से राज्य में पाई जाने वाली विभिन्न देशी गौवंश से 25.26 लीटर दूध प्रतिदिन तक प्राप्त करने में वैज्ञानिकों को सफलता मिली है। ढाई वर्ष की बछड़ी को भी दुग्ध उत्पादन के लिए तैयार कर लिया गया है। देशी गौवंश में दो ब्यांतों के अन्तर को भी कम करके एक वर्ष तक लाया जा रहा है।

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